आखिर ऐसे क्या हुआ जो भाजपा नेता को उठा गई पुलिस? विधायक ने भी किया फोन
अवैध भूमि पर कब्जा हटाने में प्रशासन ने प्रदेश भर में अलग पहचान बना रखी है। मौजूदा एसडीएम जोगेंद्र सिंह की देखरेख में करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त किया जा चुका है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अवैध भूमि पर कब्जा हटाने में प्रशासन ने प्रदेश भर में अलग पहचान बना रखी है। मौजूदा एसडीएम जोगेंद्र सिंह की देखरेख में करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त किया जा चुका है, लेकिन अब भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि ही इसमें आड़े आ रहे हैं। इसका अंदाजा नौरंगाबाद में अवैध कब्जा कराई गई जमीन के दौरान की गई कार्रवाई से लगाया जा सकता है। अवैध कब्जा हटाने में भाजपा के पदाधिकारी ही आड़े आ रहे हैं।
यह था मामला
नौरंगाबाद में नगर निगम की जमीन पर जबरन कब्जा करने के दौरान हंगामे के आरोपित भाजपा नेता अविनाश गौड़ एवं अश्वनी शर्मा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और थाने ले गई। बाद में कोल विधायक अनिल पाराशर को जानकारी हुई तो उन्होंने अफसरों से बातचीत की। कहाकि पहले मामले की जांच करा लें तब कार्रवाई करें। इस पर बाद में दोनों को छोड़ दिया गया है।
दीवार कराई गई दुरुस्त, पीएसी तैनात
नौरंगाबाद में नगर निगम के प्लॉट पर दीवार तोडऩे कर कब्जे की कोशिश करने वालों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की तैयारी में है। मुकदमा दर्ज कराने के बाद अब भूमाफिया घोषित किया जा रहा है। गुंडाएक्ट में कार्रवाई की जा रही है। प्लॉट पर पीएसी तैनात रही। टूटी दीवार को दुरुस्त करा दिया है।
घोषित किया जाएगा भू माफिया
एसडीएम कोल जोगेंद्र सिंह ने बताया कि नौरंगाबाद पर गाटा संख्या 120 में नगर निगम का 1380 वर्ग मीटर का भूखंड है। इस पर लोगों ने कब्जा कर रखा था। पिछले दिनों कब्जा मुक्त कराया, लेकिन दोबारा कब्जे का प्रयास किया। अब इन्हें भूमाफिया घोषित किया जाएगा।