दारोगा के निलंबन व नौकरी की माग पर अड़े अलीगढ़ में पुलिस की पिटाई से मृत युवक के स्वजन
युवक की पत्नी नीतू पोस्टमार्टम के लिए भी तैयार नहीं थी। भीड़ के गुस्से को देखते हुए पूरे जिले का फोर्स बुलाना पड़ा। पुलिस के साथ कुछ स्थानीय लोग भी पीड़ित स्वजन को समझाने में लगे हुए थे।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : नौरंगाबाद छावनी नटवाली गली में युवक की मौत के बाद से देर रात तक हंगामा चलता रहा। स्वजन की माग थी कि दारोगा व अन्य पुलिसकíमयों को निलंबित किया जाए और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। युवक की पत्नी नीतू पोस्टमार्टम के लिए भी तैयार नहीं थी। भीड़ के गुस्से को देखते हुए पूरे जिले का फोर्स बुलाना पड़ा। पुलिस के साथ कुछ स्थानीय लोग भी पीड़ित स्वजन को समझाने में लगे हुए थे।
नौरंगाबाद छावनी में पुलिस की दबिश के बाद यहा के रवि की हालत खराब हो गई थी। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। स्वजन ने नौरंगाबाद पुलिस चौकी इंचार्ज पर रवि की पिटाई करने व घर से रुपये लूटने का आरोप लगाया था। इसके बाद से स्वजन दारोगा योगेश तिवारी, सिपाही ईश्वरचंद्र के निलंबन की मांग पर अड़े हुए थे। एसपी सिटी के अलावा शहर के तीनों सीओ व सात थानों की पुलिस डेरा डाले हुए थी। सीओ सिविल लाइन अनिल समानिया ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। कहा, बिना पोस्टमार्टम के कोई भी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ेगी। सरकार से जो भी मदद हो सकेगी, कराई जाएगी। इसलिए लिखकर दें। देर रात तक पीड़ित के घर व मोहल्ले में पुलिस का जमावड़ा था।
पिता के बिना नहीं सोता था बेटी
रवि की बहनें पुलिस को दास्तां बताते हुए फफक पड़ीं। कहने लगीं कि अक्सर पुलिस आती रहती है। धमकाया जाता है। बहनों ने कहा कि पैसे से आप हमारा दुख कम नहीं कर सकते। रवि के छोटे-छोटे दो बच्चे हैं। बेटी छह साल और बेटा चार साल का है। बेटी तो पिता के बिना सोती भी नहीं है। अब बच्चों का क्या होगा।
20 दिन पहले जेल से आया था रवि : पुलिस के मुताबिक, रवि पर एनडीपीएस एक्ट के चार-पाच मुकदमा भी दर्ज हैं। एनडीपीएस में 20 दिन पहले ही जेल से छूटकर आया है। पुलिस अब किस शिकायत पर दबिश देने पहुंची थी, इसकी भी जाच कराई जाएगी। आसपास के लोगों के मुताबिक, पुलिस आएदिन इलाके में दबिश देती है। बेवजह लोगों को फंसा दिया जाता है।
बिरयानी की ढकेल लगाता था : रवि के चार भाई हैं। फिलहाल वह बिरयानी की ढकेल लगाता था। रविवार के दिन ढकेल नहीं लगाई थी। इसलिए घर पर ही था। तभी पुलिस कर्मी आ गए। आरोप है कि पुलिसकíमयों ने रवि को पीटा। जब उसकी हालत बिगड़ने लगी, तो इसी हालत में उसे छोड़कर भाग गए। उसकी मदद तक नहीं की। रवि की साली रिचा का आरोप था कि दारोगा व पुलिस कर्मी दूसरी मंजिल में कमरे से सेफ से कैश व ज्वेलरी निकाल ले गए। एक बैग भी ले गए, जिसमें पैसे थे।
खुदकुशी कर लूंगी : अफसरों के समझाने पर भी रवि की पत्नी पोस्टमार्टम कराने से इन्कार करती रही। कहा कि किसी ने जबरदस्ती की तो खुदकुशी कर लेगी। वह किसके सहारे अपना जीवन निर्वाह करेगी। छह साल की बेटी व चार साल के बेटे का पालन-पोषण कैसे करेगी। उसका तो पुलिस वालों ने घर ही उजाड़ दिया है। पत्नी का कहना था कि रवि ने काफी पहले गाजा बेचने का काम बंद कर दिया था। पुलिस वाले आए दिन आकर उन्हें धमकाते थे और घर पर उसके साथ भी गाली-गलौच करते थे।
डीएम को लिखा पत्र : मृतक की पत्नी ने डीएम के नाम पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि बेटे और बेटी के अलावा अब उसका कोई नहीं है। इसलिए उसे आर्थिक सहायता के साथ सरकारी नौकरी दिलाई जाए। गांधीपार्क, नौरंगाबाद, अचलताल क्षेत्र में सट्टें का अवैध कारोबार पुलिस कर्मियों की शह पर हो रहा है। इस पर रोक लगाई जाए।
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युवक की मौत हार्ट अटैक से हुई है । युवक 20 दिन पहले ही एनडीपीएस के मामले में जेल से छूटकर आया था। डाक्टरों के पैनल के जरिए पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा।
कुलदीप सिंह गुनावत, एसपी सिटी