Move to Jagran APP

AMU News : एएमयू में नौ वीं की प्रवेश परीक्षा 26 जून को, 22 केंद्रों पर 12306 अभ्‍यर्थी देंगे परीक्षा

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की नवीं कक्षा की प्रवेश परीक्षा 26 जून रविवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक 22 परीक्षा केन्द्रों पर होगी। इसके लिए एएमयू इंतजामियां ने पूरी तैयारी कर ली है। देर शाम तक इंतजामियां ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 06:31 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 06:31 PM (IST)
AMU News : एएमयू में नौ वीं की प्रवेश परीक्षा 26 जून को, 22 केंद्रों पर 12306 अभ्‍यर्थी देंगे परीक्षा
एएमयू की नवीं कक्षा की प्रवेश परीक्षा 26 जून रविवार को सुबह 10 बजे से होगी।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की नवीं कक्षा की प्रवेश परीक्षा 26 जून रविवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक 22 परीक्षा केन्द्रों पर होगी। इसके लिए एएमयू इंतजामियां ने पूरी तैयारी कर ली है। देर शाम तक इंतजामियां ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया।

loksabha election banner

ये हैं परीक्षा केंद्र

कक्षा नौ की प्रवेश परीक्षा के लिए 12306 अभ्यार्थियों ने आवेदन किया है। यह प्रवेश परीक्षा परिसर में बने परीक्षा केन्द्रों वीमेंस कालेज , फैकल्टी आफ आर्ट्स, इंजीनियरिंग कालिज, यूनिवर्सिटी पालीटेक्निक, एसटीएस स्कूल, आरएमपीएस एएमयू सिटी स्कूल, एएमयू गर्ल्स स्कूल, सैयद हामिद सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, गणित विभाग, कामर्स विभाग, फिजिक्स विभाग, सीनियर सेकेंड्री स्कूल गर्ल्स, भूगोल विभाग, भूगर्भ विज्ञान विभाग, जन्तु विज्ञान विभाग, वनस्पति विज्ञान विभाग, एएमयू एबीके हाई स्कूल (नये भवन और पुराने भवन), सांख्यिकी विभाग, एएमयू एबीके हाई स्कूल (ब्वायज), वीमेंस पालीटेक्निक पर सम्पन्न होगी। महिला अभ्यार्थियों के लिए सात परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं।

दुर्लभ सर्जरी को अंजाम दिया

अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के सर्जन और डाक्टरों ने एक 16 वर्षीय मरीज के निचले शरीर की कठिन और दुर्लभ सर्जरी को अंजाम दिया है। गंभीर चोट के कारण लगभग होश खो बैठा था। नई दिल्ली के एक बड़े अस्पताल ने प्रारंभिक उपचार के बाद उसे लौटा दिया गया। एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर एंड न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉ. एम. ताबिश खान, डॉ. मोअज्जम हसन और डॉ. आतिफ खालिद की एक टीम ने चुनौती स्वीकार की और लगभग 8 घंटे की सर्जरी की और पोस्ट ऑपरेटिव उपचार के बाद मरीज की हालत में सुधार हो रहा है। इसके अलावा टेढ़ी रीढ़ और पीठ वाले एक अन्य रोगी का शल्य-चिकित्सकों की एक टीम द्वारा ऑपरेशन किया गया। प्रोफेसर काजी एहसान अली (अध्यक्ष, एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर विभाग) ने कहा कि रीढ़ की हड्डी की चोट सर्जन और एनेस्थिसियोलॉजिस्ट के लिए एक चुनौती थी, जिसे पहले एक स्थायी और अपरिवर्तनीय विकलांगता माना जाता था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.