Damage due to rain : भारी बरसात से अलीगढ़ में एक दिन में 90 कच्चे-पक्के मकान क्षतिग्रस्त
Damage due to rain बीते कई दिनों से हो रही लगातार बरसात से काफी जनहानि हुई है। अलीगढ़ की बात करें तो शनिवार को ही लगभग 90 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है पांच दिनों हुई बरसात से कितनी तबाही हुयी होगी।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। Damage due to rain : बरसात से मकान, दुकान व फसलों में बहुत नुकसान हुआ है। शनिवार को ही 90 कच्चे-पक्के मकान व झोपड़ी क्षतिग्रस्त हो गईं। दो पशुओं की जान चली गई। दो दिन में 230 से अधिक मकान व झोपड़ी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। बरसात का आंकड़ा 200 मिलीमीटर से ऊपर पहुंच गया है। शनिवार को 16 एमएम बरसात हुई। प्रशासन ने damage report शासन में भेज दी है।
लगातार हो रही बरसात गिरे कच्चे पक्के मकान
छह दिन से लगातार बरसात हो रही है। इससे कच्चे-पक्के मका गिर रहे हैं। नाले, नालियां, रजबहा व नहरें उफान पर हैं। गंगा व यमुना में भी जल स्तर बढ़ रहा है। शुक्रवार को तीन लोगों की मौत हो गई थी। 130 कच्चे-पक्के मकान व झोपड़ी क्षतिग्रस्त हो गईं थीं। कई पशुओं की मौत हुई थी। एडीएम वित्त व राजस्व अमित कुमार भट्ट ने बताया कि प्रशासन ने बरसात से हुई जनहानि, पशु व crop loss का सर्वे कराया है।
एसडीएम ने भेजी सर्वे रिपोर्ट
SDM ने तहसीलों से शनिवार तक की सर्वे रिपोर्ट भेजी है। शनिवार को दो पशुओं की मौत हुई है। 83 कच्चे-पक्के मकानों को नुकसान पहुंचा है। इनमें दो पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। सात झोपड़ी क्षतिग्रस्त हुई हैं। सबसे अधिक नुकसान कोल तहसील में हुआ है। यहां पर 50 से अधिक कच्चे-पक्के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। पीड़ितों को तहसीलों से नियमनानुसार आर्थिक सहायता दी जा रही है।
फसलों में 33 प्रतिशत नुकसान पर ही मुआवजा
बरसात से फसलों को भी नुकसान हुआ है। 15 से 20 प्रतिशत तक फसल बर्बाद हो गई है। शासन से निर्धारित नियमों के तहत 33 प्रतिशत नुकसान पर ही मुआवजा मिलता है। प्रशासन के रिकार्ड के मुताबिक किसी भी गांव की फसलों में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान नहीं हुआ है। इसलिए कोई भी किसान मुआवजे के दायरे में नहीं है। सर्वे अभी जारी है। निर्धारित मानक से अधिक नुकसान मिलता है तो मुआवजा दिया जाएगा।