हाथरस में दिवाली से पहले ही 60 हजार घरों की बुझ सकती है बत्ती, ये है वजह
अभियान को जारी रखते हुए दिवाली से पहले 10 हजार या उससे ऊपर के 60 हजार बकायेदारों की बिजली काटी जा सकती है। अभियंताओं को कनेक्शन काटने और एफआइआर दर्ज कराने का लक्ष्य भी दिया जा रहा है।
By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 05:28 PM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 05:28 PM (IST)
हाथरस, जेएनएन। जनपद हाथरस में बकायेदारों के प्रति बिजली विभाग अब सख्त रुख अपनाने जा रहा है। उसने एक सूत्रीय अभियान चला रखा है कि बकाया दो, वरना घर की बत्ती गुल होगी। इस अभियान को जारी रखते हुए दिवाली से पहले 10 हजार या उससे ऊपर के 60 हजार बकायेदारों की बिजली काटी जा सकती है। अभियंताओं को कनेक्शन काटने और एफआइआर दर्ज कराने का लक्ष्य भी दिया जा रहा है।
ये हैं हालात
हाथरस जनपद प्रदेश के उन 40 जिलों में शामिल है जिनमें लाइनलॉस सर्वाधिक है। करीब 70 फीसद लाइन लॉस बिजली चोरी के कारण होता है। यह हाल तब है कि जब अधिकांश क्षेत्रों में हाईटेंशन लाइन को छोड़कर बिजली की लाइनों को बंच केबल में बदला जा चुका है। साधारण मीटरों को हटाकर इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगा रखे हैं। बिजली चोरी पकडऩे के लिए तड़के छापेमारी सफल न होने पर रात में भी छापेमारी की जा रही है। लगभग चार हजार एफआइआर हो चुकी हैं। वहीं शहर में 10 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं जिन पर 10 हजार रुपये और उससे अधिक का बकाया है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 50 हजार ऐसे उपभोक्ता हैं। जनपद में शहर के अलावा सादाबाद, सिकंदराराऊ, सासनी तहसील क्षेत्र आते हैं।
अब होगी सख्ती
बिजली के बकायेदारों पर अब सीधे कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी। चेकिंग के दौरान कनेक्शन काटने के निर्देश दिए गए हैं। अभियंताओं को लक्ष्य भी दिया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री ने अक्टूबर में ही लाइन लॉस 15 फीसद करने के निर्देश अफसरों को दिए हैं। यह लक्ष्य पूरा करने के लिए अब सिर्फ 12 दिन बचे हैं।
10 हजार रुपये और उससे अधिक बकाया होने पर जो उपभोक्ता बिल जमा नहीं करेंगे, उनके कनेक्शन काटने के निर्देश दिए जा चुके है। सिर्फ 12 फीसद लोग ही नियमित बिल जमा कर रहे हैं। इससे विभाग को करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
-हरीमोहन, अधीक्षण अभियंता
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