55 गजल, आठ नज्म व 18 मुक्तक की पहचान है 'अगर तुम मझसे कह देते', जानिये पूरा मामला Aligarh news
हिंदी व उर्दू साहित्य को संरक्षित करने वाले प्रदेश के प्रमुख संस्थान हिंदुस्तानी एकेडमी ने शुक्रवार को वर्ष-2020 के पुरस्कारों की घोषणा की। इसमें अलीगढ़ डीएम चंद्रभूषण सिंह की पत्नी व कवयित्री अंजना सिंह सेंगर को फिराक गोरखपुरी सम्मान से नवाजा गया है।
अलीगढ़, जेएनएन : हिंदी व उर्दू साहित्य को संरक्षित करने वाले प्रदेश के प्रमुख संस्थान हिंदुस्तानी एकेडमी ने शुक्रवार को वर्ष-2020 के पुरस्कारों की घोषणा की। इसमें अलीगढ़ डीएम चंद्रभूषण सिंह की पत्नी व कवयित्री अंजना सिंह सेंगर को फिराक गोरखपुरी सम्मान से नवाजा गया है।
पुरस्कार की धनराशि एक लाख रुपये है
अंजना सिंह सेंगर को पुस्तक 'अगर तुम मझसे कह देते' के लिए इस अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। यह किताब हिंदी गजल का संग्रह है। इसमें 55 गजल, आठ नज्म व 18 मुक्तक हैं। पुरस्कार की धनराशि एक लाख रुपये है। डा. अंजना सिंह सेंगर कहती हैं कि इस पुरस्कार से उनका उत्साह बढ़ा है। अंजना कवयित्री के रूप में अलग पहचान रखती हैं। वह काव्य पाठ के लिए कई जगह सम्मानित भी की जा चुकी हैं। मूलरूप से जालौन की रहने वाली हैं।