Defense Corridor:डिफेंस कॉरिडोर के विस्तारीकरण को 40 हेक्टेयर जमीन और लेगा यूपीडा Aligarh News
डिफेंस कॉरिडोर के लिए गांव अंडला में 50 हेक्टेयर जमीन आवंटित करने के बाद अब जिला प्रशासन इसके विस्तार की तैयारियों में जुट गया है। इसके चलते जल्द ही 40 हेक्टेयर और जमीन का यूपीडा के नाम अधिग्रहण किया जाना है।
By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 07:25 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 07:25 AM (IST)
अलीगढ़, जेएनएन। डिफेंस कॉरिडोर के लिए गांव अंडला में 50 हेक्टेयर जमीन आवंटित करने के बाद अब जिला प्रशासन इसके विस्तार की तैयारियों में जुट गया है। इसके चलते जल्द ही 40 हेक्टेयर और जमीन का यूपीडा के नाम अधिग्रहण किया जाना है। इसको लेकर किसान व प्रशासन के बीच समझौता हो गया है। सर्किल रेट के दो गुने दामों में अंडला से सटे करसुआ व हैवतपुर में यह जमीन ली जा रही है। ऐसे में कुल मिलाकर अब 90 हेक्टेयर जमीन डिफेंस कॉरिडोर के लिए चिन्हित हो जाएगी, जिस पर जल्द भूमि पूजन की संभावनाएं है।
यूपीडा के दो अफसरों ने दौरा किया
यूपी के छह जिलों में डिफेंस कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है। अलीगढ़ के खैर रोड स्थित गांव अंडला में इसकी स्थापना की जा रही है। 17 अगस्त को यूपीडा के सीईओ अलीगढ़ आए थे। यहां पर उन्होंने प्रशासनिक अफसर व उद्यमियों के साथ बैठक की। इसके बाद 15 सितंबर को भी यूपीडा के दो अफसरों ने दौरा किया। इसमें कॉरिडोर के लिए अतिरिक्त भूमि लेने के निर्देश दिए थे।
पड़ोसी गांव में जमीन चिन्हित
अब प्रशासन ने अंडला से सटे हेवतपुर व करसुआ गांव की सीमा में 40 हेक्टेयर जमीन और चिन्हित कर ली है। करीब दो दर्जन से अधिक किसानों से यह जमीन ली जा रही है। सर्किल रेट के दो गुने दामों में यह जमीन ली जानी है। जल्द ही यूपीडा के नाम बैनामे हो जाएंगे। ऐसे में प्रशासन के पास अब डिफेंस कॉरिडोर के लिए करीब 90 हेक्टेयर भूमि हो जाएगी।
जमीन लेने से कर दिया था मना
शुरुआत में 250 हेक्टेयर क्षेत्र में डिफेंस कॉरिडोर विकसित करने की योजना था। इसके लिए अंडला के किसानों से ही समझौते के आधार पर दो गुने दामों में जमीन लेने की बात चल रही थी, लेकिन किसान चार गुने दामों में जमीन देने की जिद पर थे। ऐसे में प्रशासन ने जमीन लेने का प्रस्ताव वापस ले लिया है। अब इतने ही दायरे में डिफेंस कॉरिडोर को विकसित करने की तैयारी है।
रोजगार के लिए डिफेंस कॉरिडोर अलीगढ़ के लिए सबसे अधिक मुफीद साबित होगा। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। शासन से आदेश मिलती ही भूमि पूजन की तैयारी शुरू कर दी जाएंगी।
चंद्रभूषण सिंह, डीएम
क्या है डिफेंस कॉरिडोर
-रक्षा हथियारों में प्रयोग होने वाले उपकरण विदेश से न मंगाकर अपने ही देश में तैयार करने की योजना है। इसके चलते ही डिफेंस कॉरिडोर स्थापित किया जा रहा है। यहां लगने वाली फैक्ट्रियों ने रक्षा हथियार व उनके उपकरण बन सकेंगे। केंद्र सरकार ने 101 रक्षा उपकरणों को देश में ही निॢमत करने की घोषणा की है।
अलीगढ़ में योजना
-02 साल पहले रखी गई थी अलीगढ़ में नींव
-12 किलो मीटर दूर जिला मुख्यालय से है गांव अंडला
-11 निवेशकों ने अभी तक ली है जमीन
-400 करोड़ से अधिक का निवेश मिला है एमएसएमई क्षेत्र से
खास होगा अलीगढ़
अलीगढ़ का कॉरिडोर खास होगा। एनसीआर के निकट है, जिसके चलते यहां अ'छा पोटेंशियल (स्थितिज ऊर्जा) है। सबसे पहले यहीं से शुरूआत की जा रही है। में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, डिफेंस फूड रिसर्च एंड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, डिफेंस इनोवेशन हब, डिफेंस एडमिनिस्ट्रेटिव हब स्थापित किए जाएंगे।
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