वाहनों से सड़क पर गिरता कूड़ा, परेशानी
शहर में नगर निगम व एटूजेड की गाड़ियां ढककर नहीं ले जाती कूड़ा
-रास्ते भर गिरता है कूड़ा
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सड़कों से उठाया जा रहा कूड़ा लोगों के लिए ही मुसीबत बनता जा रहा है, क्योंकि नगर निगम और एटूजेड के कूड़ा ढोने वाले वाहन बिना ढके शहर में दौड़ते हैं।
मथुरा रोड पहुंचते-पहुंचते काफी कूड़ा रास्ते में ही गिर जाता है। यदि इनकी गाड़ी के पीछे कोई जाम में फंस जाए तो लगता है कि दम घुट जाएगा। भीषण बदबू से दुपहिया वाहन चालकों की हालत सबसे ज्यादा खराब हो जाती है। वे वाहनों की हैंडिल पकड़ें या फिर नाक पर रुमाल लगाएं।
शहर से इस समय नगर निगम और एटूजेड प्रतिदिन करीब 140 मीट्रिक टन कूड़ा उठा रहा है। ये कूड़ा मथुरा रोड स्थित एटूजेड प्लांट में डाला जाता है। चालीस के करीब वाहन प्रतिदिन कूड़ा उठाते हैं। कूड़ा प्वांइट से उठाने के बाद वाहन चालक कूड़े को तिरपाल से नहीं ढकते हैं, जिसके चलते कूड़ा रास्ते में गिरता हुआ जाता है। रामघाट रोड पर गांधी आई हास्पिटल, टीकाराम कन्या इंटर आदि स्थानों पर स्कूली बच्चों को काफी दिक्कत होती है। सुबह स्कूल के समय यदि एक-दो गाड़ियां निकल गई तो फिर पूरा रास्ता कूड़े से पट जाता है।
पब्लिक पीड़ा
इस शहर में प्रदूषण के अलावा है ही क्या? कूड़े की गाड़ियां खुले में दौड़ती हैं। रास्ते में बदबू से हाल बेहाल रहता है, मगर कोई ध्यान नहीं देता।
विनोद शर्मा, रामबाग कालोनी
गाड़ियों के पीछे यदि खड़े हो जाओ तो सांस लेना मुश्किल हो जाता है। डर लगता है कि कहीं हिचकोले खाती गाड़ियों का कूड़ा ऊपर न गिर जाए।
बृज किशोर सक्सेना, एटा चुंगी
रात में यदि विशेष मौके पर कूड़ा उठाया जाता है उस समय हालात देखिये। हवा में उड़ती हुई गाड़ियां चलती हैं। प्लांट तक जाते-जाते आधी गाड़ी खाली हो जाती है।
अमित सिंह, रमेश विहार
इनका कहना है.
नगर निगम की गाड़ियों में जल्द ही तिरपाल आदि दिए जाएंगे, जिससे कूड़ा ढककर जाएं। रही बात एटूजेड की गाड़ियों की तो वह उन्हें ही व्यवस्था करनी होगी।
शैलेंद्र कुमार सिंह, नगर आयुक्त