अंजुम की गजलों में जीवन मूल्यों का संदेश
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : चर्चित कवि और गजलकार अशोक अंजुम के गजल संग्रह 'यूं ही' का मंगलवार को होटल महाजन पैलेस में विमोचन किया गया। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. वेदप्रकाश अमिताभ ने कहा कि अंजुम की गजलों में जीवन मूल्यों का संदेश छुपा हुआ है।
अंजुम के गजल संग्रह का डॉ. वेदप्रकाश अमिताभ, डॉ. प्रेमकुमार, डॉ. नमिता सिंह, फादर जॉर्ज पॉल, डॉ. महेंद्र कुमार मिश्र व डॉ. राजेश कुमार ने संयुक्त रूप से विमोचन किया। अंजुम के रचना-कर्म की प्रासंगिकता पर चर्चा करते हुए डॉ. वेदप्रकाश अमिताभ ने कहा कि अंजुम के काव्य में मूल्यपरक आस्था-बोध तथा जीवन-मूल्यों का संगायन है। इसके कारण उनका काव्य-विवेक ऊर्जावान बन पड़ा है। प्रसिद्ध कथाकार डॉ. प्रेमकुमार ने अंजुम के काव्य में अनुशासन, लयात्मकता, छंद सौष्ठव व प्रतिभा को विश्लेषित किया। समारोह के संयोजक डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि अंजुम विस्तृत व विराट की भाव-भूमि से ऐक्य स्थापित करने वाले ऐसे रचनाकार हैं, जो जीवन-पर्यावरण की मुक्ति-कामना का स्वर घनीभूत कर रहे हैं।
डॉ. महेंद्र मिश्र ने अंजुम के रचनात्मक आयामों को प्रतिरोधजन्य और सकारात्मक ऊर्जा से समन्वित बताया। गजलकार सुरेश कुमार ने अंजुम को रचनाकर्म पर बधाई दी। संत फिदेलिस स्कूल के प्राचार्य फादर जॉर्ज पॉल ने अंजुम की रचनाओं को मनुष्यता के विकास पथ का सचेतक बताया। अंजुम ने यहां गजल संग्रह में से दो पंक्तियां भी सुनाईं।
इस मौके पर यादराम शर्मा, प्रमोद राघव, मयंक मागलिक, विद्यार्णव शर्मा, सुबोध नंदन शर्मा, अली सरदार जाफरी, ओंकार सिंह आदि ने बधाई दी। समारोह में भारती शर्मा, रचना शर्मा, डॉ. चेतन राज सिंह, ऋषि शर्मा, गोविंद उपाध्याय, डॉ. बॉबी शर्मा, डॉ. पूनम शर्मा, इंद्रपाल सिंह, अजय चौहान, यज्ञ देव शर्मा, वंदना शर्मा, शशिकात आदि मौजूद थे।