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परदेसी भी देसी कुर्ता के दीवाने

By Edited By: Published: Mon, 28 Jul 2014 02:23 AM (IST)Updated: Mon, 28 Jul 2014 02:23 AM (IST)

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : ईद की खुशियां दस्तक देने लगी हैं। बाजार भी देर रात तक गुलजार होने लगे हैं। मुस्लिम भाइयों में खरीदारी का सुरूर है। यहां के देसी कुर्ते परदेस में भी शान बढ़ा रहे हैं। खाड़ी देशों के साथ ही इंग्लैंड और अमेरिका में भी इनकी मांग है। ईद पर शहर से विदेशों में गए लोग कोरियर से अलीगढ़ के कुर्ता-पाजामा मंगाना नहीं भूलते। जो लोग त्योहार पर यहां नहीं आ पाते हैं, वे यहां के कुर्ता-पाजामा मंगाकर ईद की खुशियां मनाते हैं।

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अब्दुल करीम चौक स्थित 'शहजादा कुर्ता घर' कुर्ता-पाजामा और शेरवानी की मांग खाड़ी देशों में है। दुबई, इराक, ईरान आदि देशों में अलीगढ़ से गए भारतीय यहां के कुर्ता-पाजामा को भूल नहीं पाए हैं। दुकान स्वामी मुहम्मद आसिफ बताते हैं कि हर वर्ष ईद पर एक विशेष डिजाइन मार्केट में उतारी जाती है, इसलिए ईद पर लोगों को इंतजार रहता है। इस बार भी बिना कालर के डिजाइनदार कुर्तो की मांग है। शहर से विदेशों में गए लोग ईद पर कोरियर से कुर्ता-पाजामा मंगाते हैं। आसिफ बताते हैं कि एक महीने पहले ही बुकिंग शुरू हो जाती है।

टीवी सीरियल ने बढ़ाया क्रेज

आसिफ बताते हैं कि टीवी सीरियल ने शेरवानी का क्रेज बढ़ा दिया है। सीरियल 'कुबूल है' में असद के पहनावे को आजकल के युवा काफी पसंद कर रहे हैं। ईद पर इनकी खासी मांग है।

एएमयू से बढ़ी शान

एएमयू के चलते अलीगढ़ी कुर्ता-पाजामा और शेरवानी की शान विदेशों में बढ़ी है। आसिफ बताते हैं कि विवि के छात्र नेताओं और प्रोफेसर के पहनने से अलीगढ़ में इसका काम अधिक होने लगा। इसके बाद बरेली, शाहजहांपुर, मेरठ तक यहां के कुर्ता-पाजामा पहुंचने लगे हैं। बिहार, कोलकाता और दक्षिण भारत के छात्रों ने भी अलीगढ़ के कुर्ता-पाजामा की शान बढ़ाई है।

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शान-ए-लखनऊ की धमक

ईद पर यदि लखनऊ चिकन की बात न हो तो कुछ अधूरी लगती है। शहर में लखनऊ के कुर्ता-पाजामा की इतनी मांग है कि लखनऊ के नाम से ही दुकानें खुल गई हैं। अमीरनिशा स्थित शान-ए-लखनऊ दुकान पर लखनऊ के कुर्ता-पाजामा की काफी मांग है। दुकानदार मुहम्मद मुकीत बताते हैं कि कॉटन, नेट और सिल्क के कुर्तों की भी मांग रहती है।

खनक रही जयपुरी चूडि़यां

ईद पर जयपुरी चूड़ियां खूब खनक रही हैं। इस बार फिरोजाबाद की कांच की चूड़ियां कुछ धूमिल हो गई है। अमीरनिशा स्थित ईवा चूड़ी बाजार के मालिक मुहम्मद अनवर बताते हैं कि जयपुर की ब्रास, मेटल की चूड़ियों की मांग इस बार ज्यादा है। ये मोतियां जड़ी होती हैं। इनकी कीमत 250 रुपये से लेकर 1250 रुपये तक है।

पाकिस्तानी नागरा

ईद पर पांव में नागरा कुर्ता-पाजामा व सलवार सूट की खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं। रेलवे रोड, अमीरनिशा में पाकिस्तानी नागरे की धूम है। डिजाइनदार और रंग-बिरंगे नागरों से दुकानें भरी पड़ी हैं। कश्मीर व पंजाब की जूतियों की भी खरीदारी हो रही है।


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