बीएड एंट्रेंस फॉर्म में संशोधन करना चाहते हैं तो न करें जरा भी देरी Agra News
प्रदेशभर में आठ अप्रैल को प्रस्तावित एंट्रेंस एग्जाम से पहले 15 मार्च तक संशोधित किया जा सकता है फार्म।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रदेशभर के बीएड कॉलेजों में सत्र 2020-22 के लिए आठ अप्रैल को प्रस्तावित एंट्रेंस के ऑनलाइन आवेदन में छात्र-छात्राओं को तीन विकल्पों में संशोधन की छूट मिल गई है। यदि इन विकल्पों में छात्रों से कोई त्रुटि हो गई है तो वे बदलाव कर सकते हैं। इसके बाद फॉर्म में कोई बदलाव संभव नहीं होगा। विलंब शुल्क के साथ ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि भी बुधवार को समाप्त हो चुकी है।
प्रदेशभर के निर्धारित शहरों में आठ अप्रैल को बीएड एंट्रेंस प्रस्तावित है। एंट्रेंस के लिए 12 फरवरी से ऑनलाइन आवेदन चल रहे हैं। फिलहाल सामान्य फीस के जरिए आवेदन की अंतिम तिथि छह मार्च को पूरी हो चुकी है, लेकिन अब छात्र-छात्रओं के पास केवल विलंब शुल्क के साथ ही आवेदन करने का मौका बचा है।
लखनऊ विवि के अनुसार बुधवार को विलंब शुल्क के साथ बीएड एंट्रेंस के लिए आवेदन करने का अंतिम दिन समाप्त हो चुका हैं।
फॉर्म में छात्र बदल सकते हैं ये तीन विकल्प
जिन छात्र-छात्राओं ने बीएड एंट्रेंस का आवेदन कर दिया है, लेकिन किन्हीं कारणों से त्रुटि हो गई है तो विवि ने केवल तीन विकल्पों में ही बदलाव की छूट दे दी है। छात्र-छात्र 15 मार्च तक फॉर्म में संशोधन कर सकते हैं। इसमें पहला विकल्प रहेगा लिंग। इसके तहत स्त्री, पुरुष, वैवाहिक स्तर तथा पति के नाम में संशोधन किया जा सकता है। दूसरा विकल्प है वर्ग। यदि किसी छात्र ने स्नातक स्तर पर कला, विज्ञान, वाणिज्य या कृषि वर्ग को भरने में कोई गलती कर दी है तो वे इसमें संशोधन कर बदल सकते हैं। इसके लिए छात्रों को उचित डॉक्यूमेंट भी अपलोड करना होगा। तीसरा विकल्प है भारांक। विवि के अनुसार क्रम संख्या ए से एफ तक यदि भारांक में किसी तरह की सूचना देनी है अथवा उसमें बदलाव करना है तो उचित डॉक्यूमेंट अपलोड करते हुए भारांक का चयन करें। छात्रों को अधिकतम 25 भारांक ही देय हैं।
कॉलेजों की टिकी उम्मीदें
प्रस्तावित बीएड एंट्रेंस में डॉ भीमराव आंबेडकर विवि के बीएड कॉलेजों की सर्वाधिक उम्मीदें टिकी हुई हैं। विवि से संबद्ध बीएड कॉलेजों में करीब 42 हजार सीटें हैं। 228 कॉलेज ऐसे है जिन्होंने मानक पूरे नहीं किए है और उनको नोटिस दिए गए है। यदि इन कॉलेज के प्रशासन ने अपना जवाब नही दिया यो उनकी संबंद्धता समाप्त हो सकती है। ऐसे में विवि के इन कॉलेजों को सीटों को लेकर चिंता सता रही है।