Financial Crisis: आर्थिक तंगी से परेशान महिला किडनी बेचने को मजबूर
Financial Crisis सपा महिला सभा की पूर्व शहर अध्यक्ष मोनिका ने पीएम सीएम को किया ट्वीट। प्रशासन में हड़कंप जांच को पहुंची एसडीएम सदर लॉकडाउन में छिना रोजगार।
आगरा, जागरण संवाददाता। समाजवादी पार्टी महिला सभा की पूर्व शहर अध्यक्ष मोनिका नाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर अपनी किडनी बेचने की मजबूरी जाहिर की है। महिला नेत्री का कहना है कि लॉकडाउन में पति का रोजगार छिन गया, उनका बुटीक बंद हो गया। दो लाख से अधिक का उन पर कर्जा है। आमदनी का कोई जरिया न होने के कारण न कर्जा चुका पा रहे और न बच्ची की किताबें खरीद पा रहे। ऐसे में उन्होंने किडनी बेचने का फैसला किया है।
सोशल मीडिया पर इस खबर के वायरल होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। उपजिलाधिकारी सदर गरिमा सिंह मामले की पड़ताल के लिए कैलाशपुरी स्थित उनके आवास पर पहुंची। मोनिका नाज का कहना है कि उनके पति साबिर का पार्टनशिप में जूते का कारखाना था। लॉकडाउन में वह बंद हो गया। इसके साथ ही महिला नेत्री ने जनवरी में दुकान किराए पर लेकर अपना बुटीक खोला। फरवरी में इसकी शुरुआत की लेकिन मार्च में लॉकडाउन में यह भी बंद हो गया। उनका कहना है कि तब से वह बंद दुकान का किराया दे रही हैं। आर्थिक तंगी के चलते कारीगर को भी निकालना पड़ा। जमा पूंजी से कुछ दिन तो गुजारा हो गया लेकिन अब मुश्किल खड़ी हाे रही है। मोनिका का कहना है कि बुटीक के लिए उन्होंने दो लाख रुपया कर्जा लिया था। इससे पहले वर्ष 2008 में बेटी के इलाज के लिए तीन लाख रुपया कर्जा लिया था। स्कूटी की किश्त भी है। आमदनी न होने के कारण वह कर्जा नहीं चुका पा रहीं। उनका कहना है कि आर्थिक तंगी के चलते सातवीं कक्षा में पढ़ रही बड़ी बेटी एलिश खान की किताबें भी नहीं ले पाई हैं। स्कूल से फीस जमा करने के लिए फोन आ रहे हैं। बिजली का बिल भी जमा नहीं कर पा रहीं। मोनिका नाज का कहना है कि ऐसी स्थिति में उन्होंने किडनी बेचने का फैसला लिया है, जिससे कि घर की मूलभूत जरूरतें पूरी हो सकें।