नारी शक्ति ने लिया शक्ति की आराधना में संकल्प, इस बार होगा Plastic free कन्या पूजन Agra News
कन्या पूजन पर दिए जाने वाले गिफ्ट्स को लेकर बदली सोच। बजट में फिट और सेहत के लिए हिट दिए जाएंगे गिफ्ट।
आगरा, जागरण संवाददाता। छह और सात अक्टूबर को शहर की कन्याओं और लागुंरों का दिन है। इन दो दिनों में कन्याओं को कई गिफ्टस मिलते हैं, लेकिन इस साल गिफ्ट्स में कन्याओं को प्रदूषणयुक्त यानी जहरीले प्लास्टिक के आयटम नहीं मिलेंगे। शहर की कई महिलाओं ने संकल्प लिया है कि वे कन्याओं को प्लास्टिक आयटम नहीं देंगी। वह बजट में फिट और सेहत के लिए हिट गिफ्ट देगी।
नवरात्र चल रहे हैं। इन नौ दिनों में मां के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। अष्टमी और नवमी पर कन्या पूजन होता है, जिसमें कन्याओं को प्रसाद के साथ श्रद्धापूर्वक गिफ्ट्स भी दिए जाते हैं। इस साल ताजनगरी में एक बदलाव देखने को मिल रहा है। प्लास्टिक से होने वाले नुकसान ने लोगों की आंखें खोल दी हैं। वे कन्या पूजन में प्लास्टिक आयटम से दूरी बना रहे हैं।
प्लास्टिक आयटम में कई लोग हलवा-पूरी रख कर देते हैं। गर्म हलवा-पूरी से हल्की क्वालिटी की प्लास्टिक के तत्व उसमें घुल जाते हैं, जो काफी नुकसानदायक होता है।
इन आयटम्स की हो रही खरीद
स्टील के अलावा लोगों की पसंद में स्टेशनरी का सामान भी शामिल है क्योंकि यह सामान बच्चों की जरूरत का भी होता है। इनमें च्योमेट्री बॉक्स, ड्राइंग सेट आदि शामिल है। फैंसी आयटम, बच्चियों के लिए रबर बैंड्स, चूड़ियां, रूमाल, नेलपॉलिश,की चेन, घड़िया, पर्स आदि भी अब गिफ्ट्स का हिस्सा बन गए हैं।
स्टील की बढ़ी डिमांड
प्लास्टिक बैन करने की जागरूकता और संकल्प ने गिफ्ट्स में स्टील की मांग को बढ़ा दिया है। पहले स्टील को लोग आउटडेटेड समझते थे, लेकिन अब स्टील के टिफिन, प्लेट्स, कटोरियां आदि खरीद रहे हैं।
बिक्री पर पड़ा है असर
राजामंडी बाजार में प्लास्टिक का सामान बेचने वाले अमर सिंह बताते हैं कि हम पिछले कई सालों से कन्या पूजन के लिए प्लास्टिक का सामान बेचते हैं। सप्तमी पर तो पैर रखने की जगह नहीं होती थी। लेकिन इस बार मार्केट काफी हल्का है।
इन्होंने लिया संकल्प
प्लास्टिक के नुकसान बहुत हैं। मैंने तो सोच लिया है कि मैं इस बार कन्याओं को ऐसे गिफ्ट्स दूंगी जो उनके काम आएंगे। स्टेशनरी का सामान मेरी पहली पसंद है।
शालिनी कपूर, शाहगंज
जब हम अपने लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर रहे हैं तो कन्याओं की सेहत का ध्यान भी तो हम ही रखेंगे। इस बार मैं तो उनके लिए सजने-संवरने की चीजें लाऊंगी।
आरती गोयल, न्यू आगरा
मेरे परिवार ने तय किया है कि इस बार कन्याओं को स्टील के टिफिन देंगे। स्टील प्लास्टिक की तरह नुकसानदायक तो नहीं है। डाक्टर्स प्लास्टिक को न इस्तेमाल करने की बात करते हैं।
रंजना शर्मा, कमला नगर