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Vivah Panchami 2022: शादी में अड़चन आ रही है या फिर धन की रहती है कमी, करना न भूलें ये उपाए

Vivah Panchami 2022 28 नवंबर सोमवार को है विवाह पंचमी तिथि। शास्त्र अनुसार इस दिन भगवान श्री राम व माता सीता का विवाह हुआ था। अगहन मास की पचंमी को तुलसीदास जी ने रामचरितमानस ग्रंथ को पूर्ण भी किया था।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 27 Nov 2022 09:01 AM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2022 09:01 AM (IST)
Vivah Panchami 2022: शादी में अड़चन आ रही है या फिर धन की रहती है कमी, करना न भूलें ये उपाए
विवाह पंचमी तिथि पर हुआ था श्री राम और सीता जी का विवाह।

आगरा, तनु गुप्ता। शुभ घड़ी, शुभ दिन जब सीया को ब्याहने आये थे रघुवीर उस दिन हुए सब कुछ ही मंगल काज। इस पवित्र दिन को विवाह पंचमी के नाम से जाना जाता है। कल यानी 28 नवंबर को विवाह पंचमी तिथि है। आधुनिक वास्तु एवं एस्ट्रो विशेषज्ञ दीप्ति जैन के अनुसार ​​​​​अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता हैं। शास्त्र अनुसार इस दिन भगवान श्री राम व माता सीता का विवाह हुआ था। इस दिन तुलसीदास जी ने रामचरितमानस ग्रंथ को पूर्ण भी किया था। इस पर्व को भारत व नेपाल के कुछ राज्यों में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या शहर में इस दिन को उत्सव के रूप में मनाया जाता है।

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चाहिए शुभ फल तो करना न भूलें विवाह पंचमी के दिन ये उपाय

- इस दिन शुभ मुहूर्त देखकर पूजा अर्चना करने से दांपत्य सुख की प्राप्ति होती है।

- इस दिन घर की उत्तर पूर्व दिशा में रामा तुलसी लगाएं, उसके समक्ष शुद्ध देसी घी का दीपक जलाएं। परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। परिवार के सदस्यों में क्रियाशीलता की वृद्धि होगी। पारिवारिक कष्ट व पीड़ा से मुक्ति मिलेगी।

- घर के मंदिर में पूर्व मुखी बैठकर एक चौकी लगाएं। चौकी पर पीला कपड़ा बिछाए व पीला वस्त्र स्वयं भी धारण करें। मान-सम्मान की वृद्धि होगी, ज्ञान की प्राप्ति होगी। तत्पश्चात चौकी पर भगवान राम व माता सीता की पीतल से बनी प्रतिमा या फोटो स्थापित करें। प्रतिमा के समक्ष गेंदा व गेंदी के पुष्प अर्पण करें। अरोमा थेरेपी अनुसार गेंदा व गेंदी की सुगंध के शुभ प्रभाव से व्यक्ति की कार्य क्षमता में वृद्धि आती है। वातावरण में उत्साह व क्रियाशीलता का सर्जन होता है। इसकी सुगंध के प्रभाव से परिवार का सामूहिक भाग्य सकारात्मक रूप से सक्रिय होता है। रुके हुए कार्य पूर्ण होते हैं।

- भगवान की प्रतिमा के समक्ष शुद्ध देसी घी के दीपक में कुछ टुकड़े कपूर डालकर जलाएं। आय में वृद्धि होगी दाम्पत्य सुख में मधुरता आएगी।

- भगवान के समक्ष हरसिंगार की धूप। पंचतत्व संतुलित होंगे। परिवार में एकता व संपन्न का आएगी। साथ ही केसर युक्त बर्फी का भोग लगाएं। मैत्री भाव उत्पन्न होगा व प्राण शक्ति का विकास होगा।

- घर के मंदिर में अशोक के पत्ते से बनी वंदनवार अवश्य टांगे। दुख पीड़ा दूर होगी।

- इस वर्ष विवाह पंचमी पर सर्वसिद्धि योग के साथ-साथ कई अन्य शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में रामचरितमानस का पाठ करने से दांपत्य सुख की प्राप्ति होगी।

- विवाह योग्य वर या वधू आज के दिन किसी राम मंदिर में केला व केली का पौधा लगाएं। विवाह जल्द ही होगा व मनचाहा साथी मिलेगा।

- विवाह में अशांति व कलेश दूर करने के लिए आज के दिन घर के बगीचे में अशोक के पेड़ अवश्य लगाएं। शोक और अशांति से मुक्ति मिलेगी। दांपत्य सुख में आई बाधाएं दूर होंगी।

- इस दिन प्रेमी जोड़े यदि किसी राम मंदिर में जाकर पीले कपड़े में हल्दी की गांठ कलावे से बांधकर, भगवान राम सीता के समक्ष अर्पण करें तो उनका विवाह शीघ्र होगा।

- इस के दिन सीता राम मंदिर में शरीफे पर का भोग लगाने से निसंतान जोड़े को संतान सुख की प्राप्ति होगी। गर्भवती महिलाएं यदि ये उपाय करें तो उन्हें सुयोग्य संतान की प्राप्ति होगी। 

आधुनिक वास्तु एवं एस्ट्रो विशेषज्ञ दीप्ति जैन


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