रिश्वतखोरी पर विजिलेंस टीम का पंच, एबीएसए के यहां तैनात बाबू को रिश्वत लेते दबोचा
शिक्षक से प्रोन्नति के बाद वेतन बढ़ाने के एवज में मांग रहा था रिश्वत। शिक्षक ने की विजिलेंस टीम से शिकायत।
आगरा (जेएनएन)। भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर लगाम लगाने के लिए इन दिनों प्रशासनिक अमला खासी सतर्कता बरत रहा है। एक के बाद एक घोटालों या रिश्वतकांडों के खुलासे हो रहे हैं। गुरुवार को एक शिक्षक से उसका वेतन बढ़ाने के एवज में रिश्वत लेता बाबू विजिलेंस टीम ने दबोच लिया। बाबू एबीएसए के यहां तैनात था। मामले के अनुसार शमसाबाद के हरसहाय की खिड़की निवासी शिक्षक अमित शर्मा की जून में सहायक शिक्षक से प्रोन्नत होकर प्रधानाध्यापक बन गए थे। अमित शर्मा का इसके बाद भी वेतन नहीं बढ़ाया गया था।
आखिर किसके संरक्षण में बाबू मनमर्जी
अमित शर्मा ने एबीएसए कार्यालय पर तैनात बाबू सोबरन सिंह से वेतन और इंक्रीमेंट लगाने की मांग की। इस पर बाबू सोबरन सिंह ने दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी। शिक्षक अमित ने रिश्वत देने की हामी भर दी लेकिन इसकी शिकायत विजिलेंस को कर दी। योजना के तहत बाबू को नूरी दरवाजा के पास बुलाया गया। यहां अमित से जैसे ही रिश्वत लेने बाबू सोबरन सिंह पहुंचा पीछे से विजिलेंस टीम ने उसे दबोच लिया। बाबू सोबरन सिंह शमसाबाद ब्लाक में कई दिनों से बिल का काम देख रहा है। प्रोन्नति वेतनमान मांग के लिए आरोपित ने शिक्षक से खुलेतौर पर रिश्वत मांगी थी। रिश्वत लेते हुए विजिलेंस के हत्थे आने के बाद आरोपित से पूछताछ चल रही है। विजिलेंस टीम उसके द्वारा अब तक की गई अन्य करतूतों की जानकारी ले रही है। साथ ही ऐसे अधिकारियों को भी चिह्नित करने का प्रयास किया जा रहा है जिनके संरक्षण में बाबू मनमर्जी चलाता था।