Cyber Crime: अपना गोल्ड लोन चुकाने के लिए रचा पूरा खेल, OTP पता कर दूसरे को पहना दी टोपी
अागरा में शाहगंज का मामला पीड़ित ने साइबर सेल में की थी शिकायत। मणिप्पुरम गोल्ड कंपनी से जानकारी हासिल कर आरोपित को किया गिरफ्तार। अक्सर लोग मोबाइल बैंकिंग की पूरी जानकारी न होने पर परिचितों के हाथ से ही खा रहे हैं धोखा।
आगरा, जागरण संवाददाता। जब से डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिला है, तब से साइबर क्राइम में भी इजाफा हुआ है। आगरा में एक ऐसा मामला पकड़ में आया है, जिसमें शातिर ने अपना गोल्ड लोन चुकाने को दूसरे का ओटीपी हासिल कर, उसके खाते से भुगतान कर दिया। खाते से रकम निकालने का मैसेज आने पर पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत की। तहकीकात में पूरा मामला खुलने पर शातिर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शाहगंज निवासी मनोज कुमार ने पिछले महीने एसएसपी से अपने खाते से 50 हजार रुपये साइबर शातिर द्वारा निकालने की शिकायत की थी।एसएसपी ने साइबर सेल को मामले की जांच सौपी। साइबर सेल ने छानबीन की तो पता चला कि शातिर ने मणिप्पुरम गोल्ड को यह रकम ट्रांसफर की थी। वहां से जानकारी करने पर पता चला शाहगंज के दाैरेठा निवासी शिवम ने कंपनी से गोल्ड लोन लिया था। यह रकम उसी ने चुकाई थी। इसके आधार पर साइबर सेल ने आरोपित शिवम को गिरफ्तार कर लिया।
शिवम ने पूछताछ में बताया कि वह पीड़ित मनोज से परिचित था। मनोज को मोबाइल पर आनलाइन बैंकिंग के बारे में जानकारी नहीं है। उसने इसका फायदा उठाते हुए मौका मिलने पर उसके मोबाइल से ओटीपी चुराकर अपना गोल्ड लोन चुकता कर दिया। यह रकम उसने कहां ट्रांसफर की, इसकी जानकारी मनोज को न हो। इसलिए उसके मोबाइल पर आए ओटीपी और मैसेज दोनों को डिलीट कर दिया था। साइबर धोखाधड़ी के मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम में इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह राघव, साइबर सेल के सुल्तान सिंह, विजय तोमर, इंतजार आदि थे।