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Vande Bharat: अब 7.50 घंटे में भोपाल से दिल्ली, एक अप्रैल से मिलेगी सौगात, शताब्दी से पहले पहुंचेगी ट्रेन

Vande Bharat छह माह बाद दूसरी वंदे भारत का ट्रायल कुछ ही हिस्से में 160 किमी की रफ्तार से चल सकी। ट्रेन में पानी का ग्लास भरकर रखा गया। तेज रफ्तार के बाद भी ग्लास से पानी बाहर नहीं आया। छह माह पूर्व पहली वंदे भारत का ट्रायल हुआ था।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaWed, 29 Mar 2023 10:12 AM (IST)
Vande Bharat: अब 7.50 घंटे में भोपाल से दिल्ली, एक अप्रैल से मिलेगी सौगात, शताब्दी से पहले पहुंचेगी ट्रेन
Vande Bharat: शताब्दी एक्सप्रेस से पहले पहुंचेगी वंदे भारत

आगरा, जागरण टीम। वंदे भारत का संचालन नई दिल्ली से रानी कमलापति भोपाल के मध्य होगा। 694 किमी की दूरी ट्रेन 7.50 घंटे में तय करेगी। 16 कोच की ट्रेन में 14 एसी चेयर कार और दो एग्जीक्यूटिव क्लास के कोच होंगे। कुल 1128 यात्री सफर कर सकेंगे। यह ट्रेन आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से होकर गुजरेगी।

ये रहेगा समय

अधिकारी ने बताया कि यह ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन से सुबह 5.55 बजे चलेगी। कैंट स्टेशन सुबह 11.45 बजे और दोपहर 1.45 बजे दिल्ली पहुंचेगी। वापसी में यह ट्रेन दिल्ली से दोपहर 2.45 बजे रवाना होगी। शाम 4.45 बजे कैंट स्टेशन और रात 10.35 बजे भोपाल पहुंचेगी। देश की पहली सेमी हाईस्पीड गतिमान एक्सप्रेस का ट्रायल 22 मार्च 2016 को हुआ था। नई दिल्ली से आगरा कैंट स्टेशन 110 मिनट में पहुंची थी।

एक अप्रैल से होगा संचालन

एक अप्रैल से नई दिल्ली से रानी कमलापति स्टेशन भोपाल के मध्य संचालित होने जा रही वंदे भारत का मंगलवार को तीसरा ट्रायल किया गया। 45 मिनट की देरी से यह ट्रेन दिल्ली पहुंची। कुछ ही हिस्से में ट्रेन की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटा रही। इससे पूर्व दो ट्रायल नागपुर व भोपाल में इस ट्रेन के हो चुके हैं।

सबसे व्यस्त रेल लाइन है

दिल्ली-आगरा रेल खंड देश के व्यस्ततम खंड में शामिल है। छह सितंबर 2022 को एक वंदे भारत का ट्रायल हुआ था। दिल्ली से आगरा पहुंचने में ट्रेन को 1.47 घंटे लगे थे। वापसी में भी इतना ही समय लगा था। मंगलवार को दूसरी वंदे भारत का ट्रायल हुआ। सोमवार रात एक बजे यह ट्रेन भोपाल से आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन को गुड्स लाइन में खड़ा कर दिया गया।

आगरा में वंदे भारत का हुआ ट्रायल

16 कोच की इस ट्रेन को मंगलवार दोपहर ढाई बजे प्लेटफार्म नंबर पांच पर खड़ा किया गया। दोपहर तीन बजे गार्ड वेद प्रकाश ने हरी झंडी दिखाई। लोको पायलट डीके त्यागी ने ट्रेन को आगे बढ़ाया। शास्त्रीपुरम रेल ओवर ब्रिज से आगे ट्रेन की रफ्तार 150 से 160 किमी प्रति घंटा हो गई।

नीलगाय ने धीमी की रफ्तार

नीलगाय टकराने के बाद रफ्तार धीमी हो गई। 1.45 घंटे में दिल्ली पहुंचनी थी, लेकिन 45 मिनट की देरी से शाम साढ़े पांच बजे पहुंची। दिल्ली से यह ट्रेन 7.13 बजे रवाना हुई। वापसी में कुछ हिस्से में ही ट्रेन की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटा रही। यह ट्रेन रात 9.10 बजे आगरा कैंट स्टेशन पहुंची।

जनसंपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि वंदे भारत का ट्रायल किया गया है।

शताब्दी एक्सप्रेस से पहले पहुंचेगी वंदे भारत

दिल्ली से भोपाल पहुंचने में शताब्दी एक्सप्रेस को 10 घंटे से अधिक का समय लगता है, जबकि उसी दूरी को वंदे भारत 7.55 घंटे में तय करेगी। यानी शताब्दी से यह ट्रेन 1.20 घंटे पहले पहुंचेगी।