Firozabad News: मैस के खाने की थाली लेकर हाईवे पर पहुंचा सिपाही, रो-रोकर दिखाईं रोटियां
UP Police Contable पुलिस कांस्टेबल ने रोते हुए राहगीरों को सुनाई पीड़ा बोला- कौन खा सकता है कच्ची रोटियां। मैस में कमांडर से की थी अभद्रता खींचकर गाड़ी में ले गई पुलिस। सिपाही के हाथ में थाली देखकर रुक गए राहगीर
आगरा, जागरण टीम। पुलिस लाइंस की मैस में मिलने वाली खाने को लेकर पुलिस कांस्टेबल ने हंगामा खड़ा कर दिया। मैस की थाली लेकर मुख्यालय के सामने हाईवे पर आ गया और रो-रोकर रोटियां दिखाईं। इसकी खबर लगते ही मैस कमांडर समझाने पहुंचे तो अभद्रता की। पुलिस उसे उठाकर लाइन में ले गई। एसएसपी ने प्रकरण की जांच सीओ लाइन को सौंपी है।
आरक्षी ने किया हाईवे पर हंगामा
पुलिस कार्यालय के समन सेल में तैनात आरक्षी मनोज कुमार बावर्दी दोपहर तीन बजे जिला मुख्यालय के सामने हाईवे पर पहुंच गया। उसके हाथ में थाली थी, जिसमें रोटियां, दाल, सब्जी और चावल था। वह रोटियां दिखाकर कहने लगा कि ये कच्ची रोटियां मैस में मिलती हैं, इन्हें कौन खा सकता है। दाल में दाल कम और पानी ज्यादा है। जब उसने शिकायत की तो कोई सुनवाई नहीं हुई।
सिपाही के हाथ में थाली देखकर रुक गए राहगीर
सिपाही के हाथ में थाली लिए देख राहगीरों की भीड़ जुट गई। मटसेना थाना पुलिस पहुंची और उसे रोकने की कोशिश की तो वह रोते हुए अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगा। इसके बाद पुलिस कर्मी उसे जबर्दस्ती गाड़ी से पुलिस लाइन ले गए।
सुबह साढ़े आठ बजे लेकर आया था मैस से खाना
प्रतिसार निरीक्षक देवेंद्र सिकरवार ने बताया कि आरक्षी मनोज सुबह 8.30 बजे मैस में खाना लेने गया था। लाइन में खड़े सिपाहियों से पहले वह खाना देने की मांग कर रहा था। इसी बात को लेकर मैस कमांडर नीटू प्रसाद से अभद्रता की। मैस कमांडर ने इसकी शिकायत की है। सुबह खाना लेने के बाद वह दोपहर सड़क पर कैसे पहुंचा इसकी जानकारी नहीं है।
आइजी से लेकर डीजीपी तक को लगाए फोन..
मोटी और कच्ची रोटियां और दाल में ज्यादा पानी के आरोप लगा रहे सिपाही मनोज का कहना है कि उसने आइजी और डीजीपी को भी फोन लगाया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। डीजीपी के पीएसओ ने उसके ही खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी। उसकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
पहले बैठ गया था एसएसपी की गाड़ी के आगे
कांस्टेबल मनोज पहले ही अनुशासनहीनता कर चुका है। डेढ़ वर्ष पूर्व वह तत्कालीन एसएसपी अजय पांडे की गाड़ी के सामने बैठ गया था। बाद में चेतावनी देकर उसे छोड़ दिया गया। ‘मैस के खिलाफ आरोप लगाने वाला सिपाही पारिवारिक तनाव से परेशान है।
पूरे प्रकरण की जांच सीओ लाइन को सौंपी गई है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।’ डा.अखिलेश नारायण एसपी ग्रामीण
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