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UP Board Syllabus: पाठ्यक्रम कम होने के फैसले को शिक्षकों ने लिया हाथाें हाथ, जानिए किसने क्या कहा

शिक्षकों ने शासन के कदम का किया स्वागत। कम समय में बेहतर स्कोर के लिए तैयारी होगी आसान।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 02:32 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 02:32 PM (IST)
UP Board Syllabus: पाठ्यक्रम कम होने के फैसले को शिक्षकों ने लिया हाथाें हाथ, जानिए किसने क्या कहा
UP Board Syllabus: पाठ्यक्रम कम होने के फैसले को शिक्षकों ने लिया हाथाें हाथ, जानिए किसने क्या कहा

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में स्कूल बंद हैं, लिहाजा सीबीएसई के बाद यूपी बोर्ड ने भी अपने पाठ्यक्रम को 30 फीसद कम करने का फैसला लिया है। इसको लेकर शासनादेश भी मंगलवार को जारी कर दिया गया है। इसे शिक्षकों ने महत्वपूर्ण कदम बताया है। उनका कहना है कि इससे विद्यार्थियों को काफी राहत मिलेगी और उनमें अॉनलाइन शिक्षक को पूरा करने का उत्साह आएगा। खासकर जो बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले हैं।

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एमडी जैन इंटर कॉलेज के गणित शिक्षक प्रशांत पाठक का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल अबतक खुले, जिससे पढ़ाई बाधित है। हालांकि शिक्षक ऑनलाइन शिक्षण करा रहे हैं, लेकिन यह पारंपरिक शिक्षा का पूर्ण विकल्प नहीं है। इसलिए विद्यार्थी भविष्य को लेकर तनावग्रस्त हैं। इन परिस्थितियों में यूपी बोर्ड ने 30 फीसद पाठ्यक्रम कम कर विद्यार्थियों को बड़ी राहत दी है।

राजकीय इंटर कॉलेज केे गणित प्रवक्ता सुशील जैन का कहना है कि वर्तमान में संसाधनों की अनुपलब्धता से यूपी बोर्ड छात्रों की पढ़ाई प्रभावित है। समय भी सीमित शेष है। लिहाजा पाठ्यक्रम घटाने का फैसला सही है। अब सिर्फ 70 फीसद से हिस्से ही प्रश्न पूछे जायेंगे। इसे घटाने से छात्रों को आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में कोई कठिनाई भी नहीं होगी, क्योंकि यह अब समयानुकूल नहीं रहे। महत्वपूर्ण पाठों से सिर्फ वह अंश हटाए हैं, जो छात्रों को प्रभावित नहीं करेंगे। नया पाठ्यक्रम संतुलित और स्कोरिंग है।

शिक्षक विवेक दीक्षित ने बताया कि बोर्ड द्वारा 30 फीसद पाठ्यक्रम कम करने से विद्यार्थी कम समय में पाठ्यक्रम की पूरी तैयारी कर पाएंगे और बेहतर अंक लाने की संभावनाएं बनेंगे।

राजकीय कन्या इंटर कॉलेज की डॉ. प्रिया मिश्रा ने बताया कि मुश्किल समय में पाठ्यक्रम घटाने का सबसे ज्यादा फायद कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों को होगा। इसे कम करते समय मुख्य अवधारणा प्रभावित न हो, यह ध्यान रखा गया है, लिहाजा विद्यार्थियों की विषय संबंधी जानकारी अधूरी नहीं रहेगी। अब 70 फीसद पाठ्यक्रम तीन हिस्सों, पहला वीडियो बनाकर दूरदर्शन से पढ़ाया जाएगा, दूसरा भाग विद्यार्थी स्वयं पढ़ेंगे और तीसरा प्रोजेक्ट द्वारा पूरा कराया जाएगा।

गणित का इतना पाठ्यक्रम किया कम

- कक्षा नौ में गणित विषय से इकाई, निर्देशांक ज्यामिति से पाठ-तीन निर्देशांक ज्यामिति हटा दिया गया है। इकाई, ज्यामिति से पाठ-पांच यूक्लिड की ज्यामिति का परिचय, पाठ-आठ चतुर्भुज, पाठ-नौ क्षेत्रफल तथा पाठ-11 रचनाएं व इकाई, सांख्यिकी तथा प्रायिकता से पाठ-14 सांख्यिकी हटाया गया है।

- कक्षा 10 में इकाई-दो (बीजगणित) से पाठ-दो बहुपद, पाठ-पांच समांतर श्रेणियां, इकाई, चार ज्यामिति से पाठ-10 वृत्त-वृत्त की स्पर्श रेखा व स्पर्श बिंदु, इकाई-पांच त्रिकोणमिति से त्रिकोणमिति सर्वसमिकाओं को स्थापित करना और उनका अनुप्रयोग एवं इकाई-सात सांख्यिकी तथा प्रायिकता से पाठ-15 प्रायिकता हटाया गया है। 


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