बदलनी है ताजनगरी की सूरत तो करनी होगी इस गाइड लाइन पर मेहनत
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने जारी की नई गाइड लाइन। सर्वे में चेक किये जाएंगे डस्टबिन।
आगरा, जागरणा संवाददाता। शहर को कूड़ा मुक्त षोषित कराने के लिए अभी और अधिक मेहनत करनी होगी। काेरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे चलते सरकार की ओर गाइड लाइन में बदलाव किया गया है। पहली बार हुए इस सर्वे में नगर निगम ने फाइव स्टार का दावा किया था लेकिन वन स्टार तक प्राप्त नहीं हुआ। अब केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने वर्ष 2020- 21 के लिए गाइड लाइन जारी की है। इसके तहत नगर निगम में जितने भी घर हैं, प्रत्येक में तीन के डस्टबिन होने चाहिए। वर्ष 2021 में होने वाले सर्वे में इसे भी चेक किया जाएगा। डस्टबिन न होने पर अंक काट लिये जाएंगे। स्टार रेटिंग के लिए अभी तक एक हजार अंक मिलते थे। जिसे अब बढ़ाकर 1200 कर दिया गया है। अब प्रत्येक नागरिक को सूखा और गीला कूड़ा अलग- अलग डस्टबिन में रखना होगा, जबकि प्लास्टिक के कचरे को लाल रंग के डस्टबिन में रखा जाएगा।
ये है नई गाइड लाइन
कोरोना के चलते गाइड लाइन में बदलाव किया गया है।
- हर घर में होंगे तीन रंग के डस्टबिन।
- डस्टबिन का रंग लाल, हरा और पीला होगा।
- प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए नए प्लांट लगाने होंगे।
- दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहर को सफाई के लिए मशीनों का आनिवार्य रूप से इस्तेमाल करना होगा।
- उपचारित जल के इस्तेमाल पर भी जोर दिया गया है।
मशीनों का अधिक प्रयोग
नई गाइड लाइन के मुताबिक दस लाख की जनसंख्या से अधिक वाले नगरों में नगर निगम को सफाई की व्यवस्था में मशीनों के प्रयोग पर अधिक जोर दिया गया है। यानि अधिकारिक मशीनों का प्रयोग करना होगा। नगर निगम के पास डेढ़ दर्जन से अधिक मशीनें हैं, जबकि वार्ड की संख्या 100 है।
मेयर के निरीक्षण में खुल चुकी है पोल
पिछले दिनों मेयर नवीन जैन ने ट्रांस यमुना सहित कई क्षेत्रों का निरीक्षण किया था। जहां लोगों ने कूड़ा कलेक्शन न होने और गंदगी होने की शिकायतें की थीं।