Taj Mahal in Agra: एक ट्वीट ने ताज के फोटोग्राफरों को बंधाई राहत की उम्मीद
एएसआइ ने फोटोग्राफरों से फीस जमा करने को कहा था मांगी थी छूट। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने किया ट्वीट महानिदेशक को दिए निर्देश।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में स्मारकों की बंदी से बेहाल लाइसेंसी फोटोग्राफरों की फरियाद केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने सुन ली है। फोटोग्राफरों ने उनसे स्मारकों की बंदी की अवधि की लाइसेंस फीस में छूट दिलाने की मांग की थी। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) की महानिदेशक को इसके लिए निर्देश दिए जाने की जानकारी दी है।
एएसआइ ने 30 जून को स्मारकों में फोटोग्राफी का काम करने वाले लाइसेंसी फोटोग्राफरों को वार्षिक फीस जमा करने के निर्देश दिए थे। 17 मार्च से स्मारकों के बंद होने से रोजी-रोटी को परेशान फोटोग्राफर इससे असहज हो उठे थे। पुरातत्व स्मारक फोटोग्राफर एसोसिएशन ने तीन जुलाई को केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को ईमेल कर स्मारकों की बंदी की अवधि में लाइसेंस फीस में छूट देने व नए और पुराने फोटोग्राफरों की वार्षिक फीस में विसंगति पर ध्यान देने को कहा था। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार को भी ज्ञापन सौंपा गया था। एएसआइ सर्किल ऑफिस ने फोटोग्राफरों की फरियाद से मुख्यालय को अवगत करा दिया था। मंगलवार को केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने ट्वीट किया कि उन्हें विश्व विरासत ताजमहल के फोटोग्राफर बंधुओं का निवेदन मिला था, जिसमें शुल्क कम करने व लाइसेंस की अवधि बढ़ाने की मांग की है। इस संबंध में एएसआइ की महानिदेशक को निर्देश दिए हैं, ताकि सोमवार को फैसला हो सके और फोटोग्राफर्स को बंदी में भी राहत मिल सके। निर्णय की सूचना शीघ्र मिलेगी।
ताजमहल में ही 450 से अधिक फोटोग्राफर
ताजमहल में 202 नए और 264 पुराने (हाईकोर्ट के आदेश पर) समेत 464 फोटोग्राफर हैं। अन्य स्मारकों को मिलाकर यह संख्या करीब 500 है।
फीस में बड़ा अंतर
विश्वदाय स्मारकों के लिए नए फोटोग्राफरों की वार्षिक फीस 25 हजार रुपये व अन्य स्मारकों के लिऐ 15 हजार रुपये है। पुराने फोटोग्राफरों की ताजमहल के लिए वार्षिक फीस पांच हजार रुपये है।