कासगंज के दो भाइयों की सूरत में हुई हत्या, परिवार में मचा कोहराम Agra News
गंजडुंडवारा निवासी दोनों सगे भाई सूरत में करते थे साडि़यों पर कढ़ाई का काम।
आगरा, जेएनएन। परिवार का खर्च चलाने के लिए सैकड़ों किमी दूर सूरत में मजदूरी करने वाले दो सगे भाइयों की मामूली विवाद में हत्या कर दी गई। 14 जनवरी को हुई वारदात की जानकारी से परिवार में कोहराम मच गया। शनिवार को स्वजन दोनों भाइयों के शव लेकर गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गुई। स्वजन जहां शराब पीने से रोकने पर विवाद में हत्या की बात कर रहे हैं तो गुजरात पुलिस के अनुसार रुपयों के लेन-देन में हुए विवाद में हत्या हुई।
कासगंज जिले के गंजडुंडवारा गांव मिजकुरी निवासी 28 वर्षीय बंटी उर्फ संजीव अपने छोटे भाई नीरू के साथ सूरत में एंब्रायडरी का काम करता है। सूरत की कामरेज तहसील के खोलवड गांव में एंब्रायडरी की फैक्ट्री में यह काम करते थे। 14 जनवरी की रात में कुछ लोगों ने विवाद के बाद एकजुट होकर सरिया से हमला कर दोनों भाइयों की हत्या कर दी। देर रात में घर पर फोन आया तो परिवार में चीख-पुकार मच गई। बुधवार 15 जनवरी की सुबह बड़े भाई अशोक एवं सबसे छोटे भाई अमित के साथ में कुछ रिश्तेदार सूरत के लिए रवाना हुए। 16 जनवरी को सूरत पहुंचने के बाद में उन्होने वहां पर औपचारिकताएं पूरी की। स्वजन शनिवार सुबह शव लेकर गांव में पहुंचे। यहां पर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। हत्या की रिपोर्ट सूरत के अमृत नगर थाने में दर्ज की गई है।
नहीं मिली पीएम रिपोर्ट
घटना के बाद में पुलिस ने एक आरोपित राजू को गिरफ्तार भी कर लिया है। राजू ने अन्य साथियों के नाम सुरेश, रणजीत, महेश, अरविंद, रमेश, उमेश एवं प्रमोद बताए हैं। आरोपितों ने जहां हत्या के पीछे रुपयों का लेन-देन बताया है तथा झगड़े की शुरुआत दोनो भाइयों द्वारा करने की बात कही है। वहीं स्वजनों का कहना है कि वहां पर पैरवी करने वाला कई नहीं है। स्वजनों को पीएम रिपोर्ट भी नहीं मिली है। गांव में पहुंचे समाजसेवी पं.पूरनमल मिश्रा का कहना है कि पुलिस ने अपने स्तर से रिपोर्ट दर्ज की है। जबकि स्वजन वहां पहुंचे थे तो लोगों ने बताया कि शराब पीने पर कुछ लोगों से विवाद हो गया। उन्होंने इनकी हत्या कर दी।
घर में गूंजनी थी किलकारी, पत्नी रोते-रोते बेहोश
बंटी के परिवार में नन्हें बच्चे की किलकारी गूंजने वाली थी। बंटी की पत्नी बेबी गर्भवती है। फरवरी में परिवार के नए सदस्य के आगमन की तैयारी थी, लेकिन उससे पहले बंटी की मौत की खबर आ गई। बेबी तो कई बार रोते-रोते बेहोश हो गई। वहीं बंटी के पुत्र पांच वर्षीय अनमोल एवं दो वर्षीय अॢचत का भी रो-रोकर बुरा हाल था। अंतिम संस्कार के लिए बड़े बेटे को स्वजन लेकर पहुंचे तो चिता पर दो शवों को देख वह बिलख पड़ा। इसके बाद उससे हाथ लगवा कर बड़े भाई ने मुखाग्नि दी।