Army Recruitment Rally: फर्जी दस्तावेजों से सेना भर्ती में सेंध लगाने में वांछित दो और आरोपित दबोचे
Army Recruitment Rally अभ्यर्थी और गिरोह के सदस्य को किया गिरफ्तार पांच लाख रुपये में लेते थे ठेका। पांच लोगों के गिरोह के सरगना को पुलिस पहले ही भेज चुकी है जेल। वह सेना भर्ती के दौरान एेसे अभ्यर्थियों से संपर्क करते जो भर्ती नहीं हो पाते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। फर्जी दस्तावेजों से सेना में बेरोजगाराें को भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो और सदस्यों पिनाहट पुलिस ने रविवार की देर रात चेकिंग के दौरान भदरौली पुलिया के पास गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के सरगना को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। गिरोह पांच लाख रुपये में फर्जी दस्तावेजों से सेना में भर्ती कराने का ठेका लेता था।
एसपी ग्रामीण (पूर्वी) के. वेंकट अशोक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों के नाम मनोज कुमार निवासी गुर्जा शिवलाल थाना पिढ़ौरा और नीरज परिहार निवासी नगला भरी थाना बसई अरेला हैं। पुलिस के पूछताछ करने पर आरोपितों ने बताया कि वह सेना भर्ती के दौरान एेसे अभ्यर्थियों से संपर्क करते, जो भर्ती नहीं हो पाते हैं। इन अभ्यर्थियों को पांच लाख रुपये में फर्जी दस्तावेजों से सेना में भर्ती कराने का आश्वासन देते थे। सौदा तय होने के बाद वह अभ्यर्थी काे गिरोह के सरगना सरगना सुरेंद्र सिंह निवासी गांव डडवार थाना राजाखेड़ा धौलपुर से मुलाकात कराते थे। एक से दो लाख रुपये पेशगी में लेने के बाद अभ्यर्थी का फर्जी अंक पत्र, निवास प्रमाण पत्र, अविवाहित प्रमाण पत्र समेत अन्य कूट रचित दस्तावेज तैयार करते थे।
इन दस्तावेजों को अभ्यर्थी को देकर उसे भर्ती में भेज देते थे। सेना भर्ती में सेंध लगाने की कोशिश करने वाले 20 से ज्यादा अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। गिरोह के सरगना धौलपुर निवासी सुरेंद्र सिंह को भी पुलिस दो सप्ताह पहले जेल भेज चुकी है। एसपी ग्रामीण ने बताया पांच सदस्यीय गिरोह के प्रमुख दो अभियुक्त दीपू उर्फ दीपक निवासी नगला दलेल थाना पिनाहट और साधू यादव उर्फ दीपक यादव निवासी किंदरपुरा इटायली थाना बाह अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
नीरज ने उम्र अधिक होने पर बनवाए थे फर्जी दस्तावेज
पुलिस के अनुसार बेरोजगारों को अपने जाल में फांसने वाले नीरज परिहार ने बताया कि वह भी सेना में भर्ती होना चाहता था। आयु सीमा अधिक होने के चलते वह गिरोह के संपर्क में आया था। उसने सेना में भर्ती होने के लिए नीरज की जगह यशवेंद्र के नाम से फर्जी हाई स्कूल और आधार कार्ड बनवाया था।इससे वह अन्य राज्य में सेना भर्ती निकलने पर वहां से कोशिश करता।
ये किया बरामद
कूट रचित दस्तावेजों में फर्जी अंक तालिका व आधार कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र, प्रवेश पत्र व चार मोबाइल।