Yamuna Expressway Accident: झपकी बनी हादसे की वजह, दो दर्जन बस यात्री घायल Agra News
Yamuna Expressway Accident कानपुर से दिल्ली जा रही बस एक्सप्रेस वे पर पलटी। मथुरा के पास हादसे का शिकार। चालक को झपकी लगना बना हादसे की वजह।
आगरा, जेएनएन। हादसों का एक्सप्रेस वे बनते जा रहे यमुना एक्सप्रेस वे पर मंगलवार को फिर एक हादसा हो गया। सुबह कानपुर से दिल्ली जा रही बस झपकी के कारण अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में करीब दो दर्जन सवारियां घायल हो गईं। जिनमें दो की हालत चिंताजनक है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर मंगलवार तड़के कानपुर की ओर से सवारियां लेकर एक बस दिल्ली जा रही थी। मथुरा के थाना जमुनापार क्षेत्र में माइल स्टोन 107 के समीप चालक को झपकी आने के कारण बस अनियंत्रित होने पर डिवाइडर से टकरा कर पलट गई। बस के पलटते ही बस में बैठी सवारियों में चीख पुकार मच गई। सूचना पर जमुनापार, राया व मांट थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और राहत बचाव कार्य शुरू किए गए। जेपी ग्रुप की एम्बुलेंस व अन्य एंबुलेंस की मदद से घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भेज गया। हादसे में अंजाना खातून, सहदी खातून, अफसाना खातून निवासी राजपुर जनपद कानपुर देहात, गुरुदयाल निवासी कानपुर, राज बहादुर निवासी कानपुर, सीता निवासी सिकंदरा कानपुर, अनीता निवासी बजीरपुर दिल्ली, सितारा व अल्ताफ हुसेन निवासी चांदबाग दिल्ली, अंजाना व नॉरिन निवासी राजपुर कानपुर, बल्लू व विपिन निवासी जालोन, धर्मवीर निवासी बजीरपुर दिल्ली, मेकी निवासी जालौन समेत दो दर्जन घायल हुए हैं। जिनमें दो की हालत चिंताजनक बताई गई है।
एक पखवाड़े में झपकी के हादसे
- 25 नवंबर को थाना सुरीर क्षेत्र में माइल स्टोन 81 के समीप झपकी में कार पलट गई। जिससे दो लोग घायल हो गए।
- 29 नवंबर को थाना नौहझील क्षेत्र में माइल स्टोन 70 के समीप झपकी में कार पलटने से पांच लोग घायल हो गए।
- 3 दिसंबर को थाना सुरीर क्षेत्र में माइल स्टोन 77 के समीप झपकी में कार पलटने से एक व्यक्ति घायल।
- 4 दिसंबर को थाना नौहझील क्षेत्र में झपकी में कार पलटने से सात घायल हो गए।
हादसाेें ने ली सैंकड़ापार जानें
इस वर्ष यमुना एक्सप्रेसवे पर जनवरी से अक्टूबर तक 129 सड़क हादसों में 155 लोगों की जानें गईं और 167 लोग घायल हुए।
सड़क हादसों के कारण
- त्रुटिपूर्ण सड़कें
- स्ट्रीट लाइट का खराब होना
- गलत संकेतों का दिया जाना
- पैदल चलने वालों को सड़क के चिन्हों व यातायात संकेतों की जानकारी न होना
- वाहन चालक व पैदल चलने वालों का नशे में होना
- यातायात संकेतों का अभाव होना
- बच्चों के लिए उपयुक्त खेल मैदानों का न होना
- अधिक गति में वाहन चलाना
- वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करना
- मौसम की खराब दशा
- कोहरे में लाइट के पर्याप्त बंदोबस्त न होना
- सड़क किनारे बेतरतीब वाहनों का खड़ा होना
रखें खास ध्यान
- वाहन पर पीली फॉग लाइट का प्रयोग
- दुपहिया वाहन में इंडीकेटर का प्रयोग
- चौपहिया वाहन में पार्किंग लाइट का प्रयाग
- वाहन के आगे व पीछे रेडियम टेप लगाएं
- वाहन सड़क पर रोकने अथवा खराब होने की स्थित में बैक लाइट जरूर जलाएं