टीटीई ने मुंह से सांस देकर बचाई यात्री की जान
ग्वालियर से आगरा आ रहे एक यात्री के लिए टीटीई जीवन रक्षक बन गया। तबीयत बिगड़ने पर ट्रेन से कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। ट्रेन के आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही सूचना पर टीटीई आफताब डॉक्टर से पहले ही पहुंच गए। उन्होंने मुंह से सांस देकर यात्री को बचाया।
जागरण संवाददाता, आगरा: ग्वालियर से आगरा आ रहे एक यात्री के लिए टीटीई जीवन रक्षक बन गया। तबीयत बिगड़ने पर ट्रेन से कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। ट्रेन के आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही सूचना पर टीटीई आफताब डॉक्टर से पहले ही पहुंच गए। उन्होंने मुंह से सांस देकर यात्री को बचाया।
कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के एस-3 कोच में ग्वालियर से आगरा आ रहे यात्री शमीम अहमद को सीने में तेज दर्द हुआ। उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी। उन्होंने ट्रेन में पास मौजूद यात्रियों को बताया, तो किसी ने टीटीई को सूचना दे दी। उन्होंने कंट्रोल रूम फोन कर दिया। इसके बाद रेलवे प्रशासन तत्काल राहत देने के लिए जुट गया। स्टेशन पर मौजूद टीटीई आफताब भी ट्रेन पर पहुंच गए। तब तक डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचे थे। उन्होंने यात्री को सांस लेने में दिक्कत होते देख तुरंत मुंह से सांस दी। इससे शमीम को कुछ राहत महसूस हुई। यात्री को रेलवे अस्पताल भेज दिया गया। पीआरओ डॉ. संचित त्यागी ने बताया कि टीटीई ने बेहतर कार्य किया है। अवॉर्ड के लिए उनका नाम फॉरवर्ड किया गया है।