लंबी चली हड़ताल तो दिखेगा असर
आगरा: ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल शुरू हुए तीन दिन हो गए, लेकिन सड़कों पर पहिए थमे नहीं हैं। अगर हड़ताल लंबी चली तो असर पड़ सकता है।
जागरण संवाददाता, आगरा: ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल शुरू हुए तीन दिन हो गए, लेकिन सड़कों पर ट्रकों के पहिये थम नहीं रहे हैं। इसके लिए आगरा परिवहन संघर्ष समिति ट्रकों के कागज चेक कर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। शीर्ष नेतृत्व से भी सहयोग मांगा जा रहा है। साथ ही सख्त रुख अपनाने की योजना बनाई जा रही है।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की अपील पर मांगों को लेकर 20 जुलाई सुबह छह बजे से ट्रांसपोर्टर्स हड़ताल पर हैं। वहीं सरकार की ओर से कोई नर्म रुख नहीं है। यही नहीं आधे ज्यादा ट्रांसपोर्टर्स का हड़ताल को समर्थन नहीं है। इसके बाद भी ट्रांसपोर्टर्स सड़कों पर उतर संचालित ट्रकों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। संघर्ष समिति के सहसंयोजक और एआइएमटीसी के मैनेजिंग कमेटी सदस्य वीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि सरकार को टोल पर रुकने की जगह ज्यादा पैसा दूसरे रूप में देने को तैयार है। इससे समय, प्रदूषण सब घटेगा। सरकार मानने को तैयार नहीं है।
संघर्ष समिति सहसंयोजक राजपाल यादव ने बताया कि आगरा के 80 फीसद ट्रांसपोर्टर्स हड़ताल पर हैं। बाहर से आने वाले ट्रकों से हड़ताल प्रभावित हो रही है। आलू की लोडिंग हो रही है। कच्चा माल प्रभावित न हो इसलिए ज्यादा नकेल नहीं कसी जा रही है। बरसात का समय है इसलिए बाजार में मांग अधिक नहीं है। अभी माल आने में भी कोई रुकावट नहीं आई है। अभी ट्रक और मेटाडोर के माध्यम से माल आ रहा है। हड़ताल लंबी खिंची तो इसका असर दिखने लगेगा। आवश्यक वस्तुएं अभी प्रभावित नहीं हुई है।
टीएन अग्रवाल, अध्यक्ष आगरा व्यापार मंडल बाजार में मंदा है। इसके साथ ही बाजार में स्टाक भी पर्याप्त है। बाजार में डिमांड बढ़ी तो आगामी समय में मुश्किल आएगी।
प्रदीप कुमार जैन, महामंत्री होलसेल किराना कमेटी