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Fastag System पहले दिन ही फेल, National Highway पर घंटों जाम में फंसे लोग Agra News

मथुरा के महुअन टोल का फास्टैग सिस्टम हुआ फेल। सुबह से था सर्वर डाउन।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 04:16 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 04:16 PM (IST)
Fastag System पहले दिन ही फेल, National Highway पर  घंटों जाम में फंसे लोग Agra News
Fastag System पहले दिन ही फेल, National Highway पर घंटों जाम में फंसे लोग Agra News

आगरा, जेएनएन। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा 15 दिसंबर से फास्टैग अनिवार्य करने के बाद मथुरा के महुअन टोल का सर्वर सुबह से गायब हो गया। फास्‍टैग सिस्‍टम के कारण वाहन टोल से क्रॉस ही नहीं हो पाए। इसके चलते घंटों तक वाहन चालक जाम से जूझते रहे। टोल कर्मियों और वाहन चालकों के बीच तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई।

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दरअसल रविवार सुबह मथुरा के महुअन टोल प्लाजा पर दोनों तरफ की 7-7 टोल बूथों में से प्रत्येक साइड में पांच टोल बूथों को फास्टैग वाहनों के लिए और शेष दो- दो टोल बूथों को कैश लेनदेन के लिए निश्चित कर दिया गया। लेकिन सर्वर डाउन होने के कारण फास्टैग एवं कैश लेनदेन वाली सभी टोल बूथों से वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। इसके कारण काफी लंबा जाम यहां लग गया। वाहन चालकों के बढ़ते दबाव को देखकर टोल कर्मियों ने छोटी मशीन का इस्तेमाल कर पर्ची काटना शुरू कर दिया। लेकिन फास्‍टैग लगे वाहनों से भी पर्ची काटने पर टोलकर्मियों व वाहन चालकों के बीच तीखी नोकझोंक भी हो गई।

इसलिए शुरु हुई है फास्‍टैग्‍ा की व्‍यवस्‍था

देशभर के राष्ट्रीय राजमार्गों के टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) के जरिये टोल वसूली की व्यवस्था रविवार सुबह 8 बजे से लागू हो गई। राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों पर टोल पर लगने वाली लंबी कतारों से छुटकारा दिलाने के लिए फास्टैग सिस्टम लागू किया गया है। फिलहाल टोल प्लाजा पर 100 फीसद के बजाय 75 फीसदी टोल लेन पर ही ईटीसी के जरिये फास्टैग से शुल्क काटा जाएगा। बाकी 25 फीसदी लेन पर वाहन मैनुअल तरीके से टोल चुकाकर यात्रा कर पाएंगे। इससे पहले टोल पर सिर्फ एक नगदी लेन रखने और उससे गुजरने पर दोगुनी टैक्स वसूलने की बात थी।

केंद्र सरकार ने अभी तक सभी वाहनों के रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) आधारित फास्टैग जारी नहीं हो पाने की वजह से थोड़ी राहत दी है। मंत्रालय के शनिवार को जारी आदेश में कहा गया है कि ज्यादा वाहनों की आवाजाही वाले टोल प्लाजा पर कुल टोल लेन के 25 फीसदी को हाइब्रिड मोड में उपयोग किया जा सकता है। हालांकि बिना फास्टैग वाले वाहनों के ईटीसी लेन में घुसने पर दोगुना टोल वसूले जाने के आदेश में बदलाव नहीं किया गया है। यानी बिना टैग वाली गाड़ी अगर फास्टैग लेन में आती है तो उन्हें दोगुना भुगतान करना पड़ेगा।

केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को शनिवार को दिए आदेश में अगले 30 दिन यानी 15 जनवरी तक यह व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा है।

फास्टैग कैसे खरीदें

फास्टैग को 22 अधिकृत बैंकों से प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) जैसे विभिन्न चैनलों से ऑफलाइन खरीदा जा सकता है। ऐक्टिवेशन के वक्त बैंक की केवाईसी (नो योर कस्टमर) पॉलिसी के तहत आपको केवार्इसी डॉक्युमेंट्स जमा कराना होगा। केवाईसी डॉक्युमेंटेशन के अलावा, बैंक को फास्टैग के ऐप्लिकेशन के साथ-साथ गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी देना होगा। फास्टैग की बिक्री राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा और चुनिंदा बैंक शाखाओं में हो रही है। साथ ही इसकी बिक्री अमेजन जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी हो रही है।

फास्टैग की कीमत

अधिकृत बैंक फास्टैग जारी करने के लिए अधिकतम 100 रुपये चार्ज कर सकते हैं। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने तय किया है। बैंक, फास्टैग के क्रेता से पहली बार खरीदे जाते वक्त सुरक्षा निधि व अन्य शुल्क लेने के साथ कुछ बैलेंस अमाउंट खाते में बनाए रखने योग्य राशि लेते हैं। हालांकि, टैग जारी करने के असल चार्ज बैंक तय करते हैं। यह अलग-अलग बैंकों के लिए अलग-अलग है। इसके साथ ही फास्टैग के टॉप-अप चार्ज भी अलग-अलग बैंकों में अलग हो सकते हैं। इस अंतर के बारे में बैंकों की वेबसाइट या फिर संबंधित बैंक की किसी शाखा में जाकर जानकारी ली जा सकती है।

पेटीएम से भी खरीद सकते हैं फास्टैग

पेटीएम फास्टैग रियूजेबल टैग है। यह भी आरएफआईडी तकनीक पर ही काम करता है। फास्टैग को आपके पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट और पेटीएम वॉलेट से जोड़ा जा सकता है। इसलिए आपके पेटीएम वॉलेट में पर्याप्त पैसा होना जरूरी है, इस बात को पहले से ही सुनिश्चित कर लें।  


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