साइबर शातिरों का शातिर खेल, जननी सुरक्षा योजना के नाम पर ठगी हजारों की रकम
मोबाइल पर रकम निकालने का मैसेज आने पर महिला को धोखाधड़ी का पता चला। वहीं दूसरे मामले में रेलवे में गार्ड का एटीएम कार्ड अपडेट करने के बहाने खाते से 27 हजार रुपये निकाल लिए।
आगरा(जागरण संवाददाता): लोगों के खाते में सेंध लगाने के लिए साइबर शातिर रोज नए तरीके अपना रहे हैं। इस बार शातिरों ने जननी सुरक्षा योजना के नाम पर महिला को जाल में फांस उसके खाते से 25 हजार रुपये निकाल लिए। मोबाइल पर रकम निकालने का मैसेज आने पर महिला को धोखाधड़ी का पता चला। उधर, रेलवे में गार्ड का एटीएम कार्ड अपडेट करने के बहाने खाते से 27 हजार रुपये निकाल लिए। दोनों ने एसएसपी के यहां शिकायत की है।
बिचपुरी निवासी महिला का पिछले साल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव हुआ था। एक जुलाई की सुबह महिला के मोबाइल पर साइबर शातिर ने फोन किया। महिला को बताया कि वह सामुदायिक केंद्र लखनऊ से बोल रहा है। सरकार की ओर से जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक मदद की रकम उसके खाते में जमा करानी है। महिला को अपनी बातों के जाल में फांस करके उसके एटीएम कार्ड और खाते की जानकारी हासिल कर ली। महिला को बताया कि 24 घंटे में खाते में रकम पहुंच जाएगी।
इसके कुछ देर बाद ही महिला के मोबाइल पर उसके खाते से 25 हजार रुपये निकालने का मैसेज आया तो होश उड़ गए। जिस मोबाइल नंबर से फोन किया गया उस पर संपर्क किया तो वह स्विच आफ था। महिला ने परिजनों को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी दी। दूसरी घटना कैंट रेलवे स्टेशन पर तैनात एक गार्ड के साथ हुई। उसके मोबाइल पर 27 जून को फोन आया, क्रेडिट कार्ड अपडेट न कराने पर उसे ब्लॉक होने की कहा। एटीएम अपडेट करने के बहाने उसका कोड हासिल करके खाते से 27 हजार रुपये निकाल लिए।
दुस्साहस दिखा अगले दिन भी किया फोन:
साइबर शातिरों ने महिला के खाते से रकम निकालने के बाद दुस्साहस दिखाते हुए दोबारा फोन किया। उससे खाते में रकम आने के बारे में पूछने लगे। उसके दूसरे खाते में रकम जमा कराने का लालच दिया। जननी सुरक्षा का लाभ लेने के लिए परिचित महिला के खाते के बारे में भी पूछताछ की।
वॉलेट से तत्काल कर देते हैं रकम ट्रांसफर:
शातिर पहले अपने वॉलेट में रकम ट्रांसफर करते थे। उसे कई दिन उसमें रखकर मोबाइल रिचार्ज, फिल्म के टिकट एवं ट्रेन में सीट आरक्षित कराने में रकम का प्रयोग करते थे। साइबर सेल द्वारा वॉलेट की रकम पीड़ित के खाते में वापस जमा कराने के चलते शातिरों ने अपना तरीका बदल दिया है। वह अब वॉलेट से तत्काल अपने खाते में रकम ट्रांसफर कर देते हैं।
इस साल एटीएम धोखाधड़ी के 200 मामले:
साइबर सेल एटीएम कार्ड आदि के बारे में जानकारी न देने के बारे में लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। पंफलेट छपवा करके उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर लगा रहे हैं, इसके बावजूद एटीएम फ्रॉड के मामले बढ़े हैं। जनवरी से अब तक एटीएम धोखाधड़ी के 200 मामले में आए हैं।