Jewar Airport: जेवर एयरपोर्ट से ब्रज में उम्मीदें भी होंगी 'टेक आफ', आगरा, मथुरा और फिरोजाबाद को मिलेगा फायदा
आगरा अलीगढ़ फिरोजाबाद मथुरा व हाथरस तो दुनिया से सीधे कनेक्ट हो ही जाएंगे विश्व भर के कारोबारियों का आना भी सुगम हो जाएगा। जेवर एयरपोर्ट से यहां देसी-विदेशी कारोबारियों के आने की संभावना बढ़ जाएगी। स्थानीय कांच कारोबारियों के लिए भी दूसरे देश में जाना आसान हो जाएगा।
आगरा, जागरण टीम। गौतमबुद्ध नगर के जेवर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट जमीं पर उतर आया है। एशिया के सबसे बड़े इस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को शिलान्यास करेंगे। इस एयरपोर्ट से ब्रज क्षेत्र औद्योगिक विकास की उम्मीदों की उड़ान भरने लगा है। आगरा, अलीगढ़, हाथरस, फिरोजाबाद व मथुरा के परंपरागत उद्योगों को नई उड़ान मिलेगी। ये शहर तो दुनिया से सीधे कनेक्ट हो ही जाएंगे, विश्व भर के कारोबारियों का यहां तक आना सुगम हो जाएगा।
देश-विदेश में फैले आगरा के जूता कारोबार को एयरपोर्ट बनने से नई रफ्तार मिलेगी। ताजमहल सहित विभिन्न स्मारक देखने के लिए अभी पर्यटक दिल्ली आने के बाद आगरा आते हैं। जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद पर्यटक एक्सप्रेसवे से बहुत कम समय में सीधे आगरा आ सकेंगे। इससे यहां के पर्यटन को पंख लगेंगे।
अलीगढ़ में ताला-हार्डवेयर, आर्टवेयर कारोबार को रफ्तार मिलेगी। देश-दुनिया के उद्यमियों के लिए यहां आना सुगम हो जाएगा। एएमयू में पढऩे वाले विदेशी छात्रों, हज यात्रियों के लिए भी सुविधाजनक होगा। सबसे अधिक लाभ डिफेंस कारिडोर के निवेशकों को होगा। वे एक्सप्रेस वे के जरिए यहां आसानी से आ सकेंगे। मथुरा से टोंटी उद्योग, चांदी कारोबार और पोशाक का व्यवसाय के लिए तो सहूलियत हो ही जाएगी, धार्मिक पर्यटन को अच्छी उड़ान मिल सकती है। फिरोजाबाद जिले से ग्लास हैंडीक्राफ्ट का व्यापक निर्यात होता है। यही स्थिति ग्लासवेयर की है। दिल्ली एयरपोर्ट दूर होने के कारण खरीदार यहां आने से कतराते हैं। जेवर एयरपोर्ट से यहां देसी-विदेशी कारोबारियों के आने की संभावना बढ़ जाएगी। स्थानीय कांच कारोबारियों के लिए भी दूसरे देश में जाना आसान हो जाएगा। विदेश तक फैले हाथरस के हींग व रंग कारोबार से जुड़े उद्यमियों को दिल्ली पहुंचने में चार घंटे लग जाते हैं। जेवर एयरपोर्ट दो घंटे में ही पहुंच जाएंगे।
इतना दूर है जेवर एयरपोर्ट
- 70 किमी अलीगढ़ से
- 125 किमी आगरा से
- 85 किमी मथुरा से
- 161 किमी फिरोजाबाद से
- 102 किमी हाथरस से
इनको मिलेगी उड़ान
-आगरा का जूता और पर्यटन उद्योग
-अलीगढ़ का ताला-हार्डवेयर उद्योग
-फिरोजाबाद का हैंडीक्राफ्ट उद्योग
-मथुरा का टोंटी, चांदी और पोशाक उद्योग
- हाथरस का हींग और रंग उद्योग
पर्यटन भरेगा रफ्तार
-आगरा का पर्यटन और मथुरा का धार्मिक पर्यटन
इनका कहना है
यहां के जूता उद्योग के साथ ही पर्यटन जगत को पंख लगेंगे। दिल्ली के एयरपोर्ट जाने में समय लगता है, ये समय बचेगा। हालांकि आगरा में भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की लंबे समय से मांग चली आ रही है।
- पूरन डाबर, उद्योगपति, आगरा
अलीगढ़ के ताला और हार्डवेयर उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। विदेश भ्रमण की राह आसान होगी। दिल्ली के एयरपोर्ट जाने में बर्बाद होने वाला समय बचेगा।
- विजय बजाज, उद्योगपति, अलीगढ़
समय के साथ खर्च भी बचेगा। दिल्ली जाने में चार घंटे लगते हैं। अब लगभग दो घंटे में जेवर एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे। रोड अच्छी हो जाए तो सवा घंटे में ही जेवर पहुंच जाएंगे।
बांकेबिहारी अग्रवाल, उद्यमी, हाथरस
कांच कारोबार को बड़ी राहत होगी। देसी और विदेशी बायर्स शहर तक आसानी से पहुंचेंगे। एक्सपो मार्ट में शोरूम जो अभी एक्सपो पर खुलते हैं, रोज खुलने लगेंगे। विदेश जाने के लिए उद्यमियों को राहत होगी।
- मुकेश बंसल टोनी, अध्यक्ष ग्लास एक्सपोर्ट एसो., फिरोजाबाद
मथुरा का सर्वांगीण विकास होगा। व्यापारिक दृष्टिकोण और पर्यटन के नजरिए से भी। नए उद्योग लगेंगे, लोगों को रोजगार मिलेगा।
- राजेश बजाज, अध्यक्ष नेशनल चैंबर, मथुरा