Shri Krishna JanamBhoomi Case: मथुरा शाही मस्जिद ईदगाह में नमाज पढ़ने से रोके प्रशासन, मिटाए जा रहे हिंदुत्व के चिन्ह
Shri Krishna JanamBhoomi Caseश्रीकृष्ण जन्मस्थान मामले में वादियों ने सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन। बोले पांच वक्त की नमाज पढ़ने से हो बिगड़ सकता सांप्रदायिक सौहार्द। श्रीकृष्ण जन्म भूमि का 13.37 एकड़ रकबा कटरा केशव देव के नाम से जाना जाता है।
आगरा, जागरण टीम। श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही मस्जिद ईदगाह को लेकर चल रहे विवाद में मंगलवार को डीएम को प्रार्थना पत्र देकर शाही मस्जिद ईदगाह में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग की है।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर से शाही मस्जिद ईदगाह हटाने की मांग को लेकर सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में वाद दायर करने वाले अधिवक्ता महेंद्र प्रताप ने अपने साथियों संग डीएम को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट जवाहर लाल श्रीवास्तव को दिया। उन्होंने कहा है कि श्रीकृष्ण जन्म भूमि का 13.37 एकड़ रकबा कटरा केशव देव के नाम से जाना जाता है। ये भगवान श्रीकृष्ण की प्राकट्यस्थली है, जो कि श्रीकृष्ण जन्म भूमि ट्रस्ट द्वारा संचालित है। वर्ष 1669 में औरगंजेब द्वारा मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण कर दिया गया, जो भगवान श्रीकृष्ण का मूल गर्भगृह है। दीवारों पर आज भी शंख, ओम, स्वास्तिक के चिन्ह हैं। इन्हें शाही मस्जिद ईदगाह पक्ष द्वारा तोड़कर मिटाया जा रहा है। यहां पहले नमाज नहीं पढ़ी जाती थी। कुछ दिनों से प्रतिवादी पांचों समय की नमाज पढ़ रहे हैं। कुरान की आयतों के अनुसार भी विवादित भूमि पर नमाज नहीं पढ़ने की मान्यता है। प्रतिवादीगण जानबूझकर सांप्रदायिक सौहार्द खराब करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मस्जिद परिसर में नमाज अदा करने से रोका जाना जनहित में आवश्यक है। प्रार्थना पत्र में मांग की है कि शाही ईदगाह परिसर में पांचों वक्त की नमाज पढ़ने से रोका जाए। इस दौरान स्वामी चित्प्रकाशानंद, महंत सच्चिदानंद दास, दीपानंद, देवानंददास, स्वामी ब्रह्म चेतन्य, मनमोहनदास मौजूद रहे ।