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Online offers: 'घर बैठे कमाई' कराने का लालच बना साइबर शातिरों का नया हथियार

Online offers घर बैठे 25 से 50 हजार रुपये कमाने का झांसा देकर युवाओं को फंसा रहे जाल में। काम में कमी निकालकर मांगते हैं पैनल्टी लीगल नोटिस भेजकर जमा कराते हैं रकम।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 07:58 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 07:58 AM (IST)
Online offers: 'घर बैठे कमाई' कराने का लालच बना साइबर शातिरों का नया हथियार
Online offers: 'घर बैठे कमाई' कराने का लालच बना साइबर शातिरों का नया हथियार

आगरा, जागरण संवाददाता। डेबिट कार्ड का नंबर पूछकर या लिंक भेजकर यूपीआइ से रकम पार करना अब पुरानी बात हो गई है। अब साइबर शातिरों ने युवाओं की रोजगार की जरूरत काे ही अपना हथियार बना लिया है। ऑनलाइन रोजगार का झांसा देकर वे युवाओं को जाल में फंसाते हैं। इसके बाद काम में कमी निकालकर पैनल्टी निकाल देते हैं। लीगल नोटिस से दबाव बनाकर वे युवाओं से अपने खातों में रकम जमा करा रहे हैं। पुलिस के पास भले ही ऐसे मामले कम आ रहे हैं। मगर, साइबर विशेषज्ञों के पास हर दिन इस तरह की शिकायतें पहुंच रही हैं।

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न्यू आगरा क्षेत्र के एक स्नातक किए युवक ने फेसबुक पर यूनिवर्सल डाटा सर्विस के नाम से विज्ञापन देखा। इसमे हर माह 25 से 50 हजार रुपये कमाने का वादा किया गया था। उसने दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। बताए गए तरीके से उसने टाइपिंग का काम तय समय में किया। इसके बाद उसने काम का भुगतान मांगा तो कॉल करने वाले युवक ने उसमें कमी निकालकर 2000 हजार रुपये की पैनल्टी मांगी। कमला नगर की एक युवती ने भी अपनी फेसबुक वॉल पर विज्ञापन देखा। इसमें भी 50 हजार रुपये प्रतिमाह कमाने का वादा किया गया था।यूनिक डेटा सर्विस नाम की कंपनी थी। काम पूरा होने पर उन्हें ई मेल पर एक लीगल नोटिस मिला।इसमें 2800 रुपये की पैनल्टी मांगी गई है। दोनों ने साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन को इसकी जानकारी दी।उन्होंने सलाह मांगी है कि अब वे क्या करें।साइबर एक्सपर्ट ने उन्हें पुलिस से शिकायत करने काे कहा है।

एेसे फंसाते हैं जाल में

- फेसबुक पर लुभावने विज्ञापन देते हैं। इसमें घर बैठे कमाई का लालच देते हैं।

- पर्सनल डिटेल मांगते हैं और आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक पासबुक की कॉपी मांगते हैं। कहते हैं कि खाते में रुपये आएंगे।

- इसके बाद काम शुरू हो जाता है। मेल पर वर्ड फाइल में टाइपिंग का काम देते हैं या किसी भी तरह का डाटा एंट्री करने को देते हैं।

- पहला काम पूरा करने के बाद जैसे ही आप रुपये की डिमांड करेंगे तो वे कमी गिनाने लग जाते हैं। कहते हैं कि आपने कांट्रेक्ट की शर्तें तेाड़ी हैं। समय से काम नहीं किया है या काम में कमियां हैं।

- फोन पर ही वे दो से पांच हजार रुपये की पैनल्टी मांगते हैं।

- इसके बाद ई मेल आइडी पर लीगल नोटिस भेजकर रुपये देने को दबाव बनाते हैं। इसमें अपना खाता नंबर भी लिखते हैं।

- अगर किसी ने इतने पर भी रुपये जमा नहीं किए तो वे मोबाइल पर फर्जी तरीके से कोर्ट के नाम से एसएमएस भेजकर मानसिक दबाव बनाते हैं।

साइबर एक्सपर्ट की सलाह

- कोई भी कंपनी ऐसे काम का विज्ञापन नहीं दे रही।

- इस तरह के विज्ञापनों पर भरेासा करने से पहले कंपनी के बारे में पूरी जानकारी कर लें।

- ऑनलाइन काम लेने के लिए कंपनी की वेब साइट पर जाकर रिक्रूटमेंट ऑप्शन में जाकर देखें।

- अगर आप ऐसे ही किसी साइबर शातिर के झांसे में फंस गए हैं तो डरने की जरूरत नहीं है।

- उसके खाते में पैसा जमा न करें। यादि कर दिए हैं तो पुलिस से शिकायत करें।

लुभावने विज्ञापन के जाल में न फंसें। अगर कोई इस तरह की ठगी का शिकार हुआ है तो इसकी शिकायत साइबर सेल में कर सकते हैं। पुलिस कार्रवाई करेगी।

बबलू कुमार, एसएसपी आगरा 


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