School in Agra: सुनी गई आखिर आवाज, आगरा में परिषदीय शिक्षक करेंगे अब Work From Home
School in Agra उप्र बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को आदेश जारी किया है। इसके अंतर्गत कोविड महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण परिषदीय शिक्षकों शिक्षामित्रों अनुदेशकों को विभागीय कार्य घर से करने (वर्क फ्राम होम) की अनुमति शासन ने दी है।
आगरा, जागरण संवाददाता। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन ने कक्षा एक से आठवीं तक के परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त व अन्य बोर्ड के विद्यालयों 30 अप्रैल तक बंद किए हैं। साथ ही शासन ने परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को कार्य घर से करने की अनुमति भी दे दी है।
इसको लेकर उप्र बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को आदेश जारी किया है। इसके अंतर्गत कोविड महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों को विभागीय कार्य घर से करने (वर्क फ्राम होम) की अनुमति शासन ने दी है। साथ ही जिला प्रशासन व सक्षम प्राधिकारी द्वारा परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को दिए गए प्रशासकीय कार्य व दायित्वों को यशावश्यक उनकी तैनाती व शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।
फैसले का स्वागत
शासन के फैसले का शिक्षक संगठनों ने स्वागत किया है। यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के जिला उपाध्यक्ष केके शर्मा, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री बृजेश दीक्षित ने इसे स्वागत योग्य बताते हुए देरी से सही, लेकिन सही फैसला करार दिया।
आगरा से उठी से वर्क फ्राम होम की आवाज
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए परिषदीय शिक्षक बेहद आशंकित थे। उनकी मांग पर उप्र अनुसूचित जाति- जनजाति बेसिक शिक्षक महासभा ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को वर्क फ्राम होम का प्रस्ताव भेजा था।
संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष भीषम पाल सिंह ने बताया कि उच्च प्राथमिक विद्यालय बाईंपुर की शिक्षिका के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर उन्होंने संक्रमण की स्थिति को देखते हुए उन्होंने महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद को पत्र लिखकर वर्क फ्राम की अनुमति देने की मांग की थी, जो मिल गई है।