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टटलू गैग का सरगना समेत चार गिरफ्तार

किले के पास पुलिस ने रविवार को टटलू (ठग) गिरोह के सरगना समेत चार लोगो को गिरफ्तार कर लिया। ये लोग नोट दोगुने करने का लालच देकर लोगो को चूना लगाते थे।

By Edited By: Published: Mon, 11 Dec 2017 12:13 AM (IST)Updated: Mon, 11 Dec 2017 12:13 AM (IST)
टटलू गैग का सरगना समेत चार गिरफ्तार
टटलू गैग का सरगना समेत चार गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, आगरा: किले के पास पुलिस ने रविवार को टटलू (ठग) गिरोह के सरगना समेत चार लोगो को गिरफ्तार कर लिया। ये लोग नोट दोगुने करने का लालच देकर लोगो को चूना लगाते थे। गाजियाबाद का गिरोह लग्जरी कार मे शिकार की तलाश मे घूम रहा था। पुलिस ने उससे कागज लगे नोटो की कई गड्डियां, नशीला पदार्थ आदि बरामद किया है। टटलुओ ने गाजियाबाद और मथुरा मे कई वारदातो को अंजाम दिया है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए टटलुओ के नाम पंकज, नवीन, अविनाश और अमरजीत है। चारो गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद क्षेत्र के रहने वाले है। गिरोह का सरगना नवीन है। पूछताछ मे टटलुओ ने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली, गाजियाबाद और मथुरा मे कई वारदाते कर चुके है। शनिवार रात आगरा आए थे। रविवार सुबह ताज देखने के बाद शिकार की तलाश मे किले पर पहंुचे थे। पास मेलग्जरी कार मे होने के चलते लोग आसानी से उनके जाल मे फंस जाते है। वह रकम दोगुनी करने का लालच देते है। नोटो के बीच कागज की गड्डी लगाकर रखते है। शिकार को जाल मे फंसाने के बाद उसे बड़ी रकम देने का लालच देकर गहने अपने कब्जे मे लेकर भाग जाते थे।

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जरूरत पड़ने पर वह ट्रेन मे भी सफर करते थे। इस दौरान गिरोह का एक सदस्य कार से सड़क के रास्ते उनके साथ चलता है। मौका मिलने पर जाल मे फंसे व्यक्ति को नशीला पदार्थ संुघा देते। उसके नकदी-जेवरात लेकर भाग जाते है। सीओ सदर उदय राज सिंह ने बताया कि टटलुओ पर मुकदमा दर्ज किया है। रिमांड के लिए सोमवार को उन्हे कोर्ट मे प्रस्तुत किया जाएगा।

महिलाएं होती थी सॉफ्ट टारगेट

गिरोह ने बताया महिलाएं उनका सॉफ्ट टॉरगेट होती थी। उनको वह आभूषणो का लालच देकर आसानी से अपने जाल मे फंसा लेते थे। साजिश के तहत पहले नवीन या पंकज महिला के पास जाते थे। इसके बाद एक-एक करके तीनो पहंुच जाते, इससे महिला बातो मे उलझ जाती।

रूमाल लहराया और शिकार बेहोश

गिरोह ने बताया वह अपने रूमाल को तीव्र नशीले पदार्थ से भिगो देते है। शिकार से बातो के दौरान रूमाल उसके चेहरे के सामने ले जाते है। इससे वह कुछ मिनट के लिए अर्धमूर्छित हो जाता है। इतना समय उनके लिए पर्याप्त होता है। रूमाल को बाहर निकालने के दौरान वह कुछ सेकेड को अपनी सांस रोक लेते है।


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