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ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को थाने से छोड़ा

आरोपित मानसिक रोगी इलाज के कागजात और डाक्टर के बयान के आधार पर पुलिस ने दी जमानत यूपी 112 कंट्रोल रूम में काल कर दी थी धमकी पौने दो घंटे बंद रहा था स्मारक

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 08:00 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 08:00 PM (IST)
ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को थाने से छोड़ा
ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को थाने से छोड़ा

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला सिरफिरा मानसिक रोगी निकला। उसके इलाज से संबंधित कागजात देखने के बाद पुलिस ने डाक्टर के बयान लिए। शुक्रवार दोपहर उसे थाने से जमानत पर छोड़ दिया। सूचना देने में इस्तेमाल मोबाइल को पुलिस ने जांच के बाद जब्त कर लिया है।

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कासगंज पटियाली में राजा रिजौली निवासी विमल कुमार सिंह ने यूपी 112 के कंट्रोल रूम में गुरुवार सुबह 7.41 बजे काल कर कहा था कि आगरा के ताजमहल में टाइम बम लगा है। कुछ देर में दागा जाएगा। इलाहाबाद और लखनऊ का कैंटोनमेंट एरिया भी खत्म कर दूंगा। योगी जी को भी खत्म कर दूंगा। इसके बाद पुलिस और सीआइएसएफ ने पर्यटकों को ताजमहल से बाहर निकालकर पौने दो घंटे तक सघन चेकिग अभियान चलाया गया था। आरोपित को उसकी ननिहाल फीरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे आगरा लाकर पुलिस ने रातभर पूछताछ की। आरोपित ने बताया कि वह 10 वर्ष से मानसिक इलाज करा रहा है। वर्तमान में उसका इलाज रामतेज हास्पिटल के फिजीशियन डा. विजय खुराना कर रहे हैं। पुलिस ने विमल के इलाज के कागजात देखे। उसका दिल्ली एम्स, सूरत, बरेली और फतेहगढ़ में भी इलाज हो चुका है। पुलिस ने डा. विजय खुराना के बयान भी लिए। उन्होंने बताया कि विमल उनके यहां 27 फरवरी को दवा लेने आया था। उन्होंने कुछ जांच कराई थीं। 28 फरवरी को दोबारा विमल जांच रिपोर्ट के साथ आया, वह डिप्रेशन में था। उसे मनोचिकित्सक से इलाज कराने की सलाह दी थी। डा. खुराना से पहले उसका इलाज डा. रविद्र चौहान से भी चला था।

एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि मानसिक रोगी होने की वजह से आरोपित को सीआरपीसी की धारा 41 क के तहत नोटिस देकर जमानत पर छोड़ दिया गया। उसको ममेरे भाई राकेश की सिपुर्दगी में दिया गया है। कंट्रोल रूम में काल करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल को जब्त कर लिया गया है।

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ममेरे भाई को क्लीनचिट

सिरफिरे युवक ने अपनी ननिहाल से कंट्रोल रूम में काल की थी। उसने पुलिस को बताया था कि मोबाइल ममेरे भाई का है। पुलिस ने मोबाइल कंपनी से डिटेल ली तो जानकारी हुई कि मोबाइल की सिम विमल के नाम और पते पर ही थी। पुलिस ने आरोपित के ममेरे भाई राकेश को पूछताछ के बाद क्लीनचिट दे दी।


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