Taj Mahal: ताजमहल में 'फ्री एंट्री' ने खड़े कर दिए तमाम सवाल, नीरी की सिफारिशें भी दरकिनार
Taj Mahal ताजमहल के मुफ्त दीदार के दौरान भीड़ को संभाल नहीं पाए जिम्मेदार विभाग। भविष्य में फ्री हो ताजमहल तो तय हो पर्यटकों की संख्या। स्मारक फ्री होने पर बंद रखा जा सकता है मुख्य मकबरा। आजादी का अमृत महोत्सव में अव्यवस्था से परेशान हुए थे पर्यटक।
आगरा, जागरण संवाददाता। आजादी का अमृत महोत्सव में 11 दिन स्मारक फ्री रहे तो ताजमहल पर अव्यवस्थाएं हावी रहीं। पर्यटकों को घंटों इंतजार के साथ फ्री में लाठियां मिलीं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने भीड़ प्रबंधन के सभी इंतजाम ध्वस्त होने पर मुख्य मकबरे को ही बंद कर दिया। भविष्य में भी ताजमहल के फ्री होने पर मुख्य मकबरे को बंद किया जा सकता है। पर्यटकों की संख्या भी तय की जा सकती है। ताज की भारण क्षमता (कैरिंग कैपेसिटी) तय करते समय नीरी भी इसकी सिफारिश कर चुका है।
देश की आजादी के अमृत महोत्सव में पांच से 15 अगस्त तक देशभर के सभी स्मारक फ्री रहे। ताजमहल पांच व 12 अगस्त को शुक्रवार की साप्ताहिक बंदी के चलते बंद रहा। अन्य नौ दिनों में पर्यटकों की भीड़ उमड़ी। एक अंदाज के मुताबिक इस अवधि में छह लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे। पर्यटकों की भीड़ उमड़ने से सभी व्यवस्थाएं ध्वस्त नजर आईं। एएसआइ ने इस स्थिति में 13 से 15 अगस्त को मुख्य मकबरे को ही बंद कर दिया। भविष्य में भी स्मारक के फ्री होने पर मुख्य मकबरे को बंद रखा जा सकता है। इसके साथ ही अन्य उपायों पर भी अमल किया जा सकता है।
नीरी ने की थी यह सिफारिशें
ताजमहल पर पर्यटकों की बढ़ती संख्या से स्मारक को पहुंच रहे नुकसान से बचाने को एएसआइ द्वारा नीरी से अध्ययन कराया गया था। नीरी ने अपनी सिफारिशों में स्मारक में एक घंटे में छह हजार पर्यटकों को प्रवेश देने व स्मारक में किसी भी दिशा में उनकी संख्या नौ हजार से अधिक नहीं होने देने की सिफारिश की थी। नीरी ने स्टेप टिकटिंग का भी सुझाव दिया था। एएसआइ केवल मुख्य मकबरे पर अलग टिकट लागू कर सका है। स्मारक फ्री होने पर अन्य सिफारिशों का पालन नहीं हो पाता है।
ऐसे तय हो सकती है पर्यटकों की संख्या
एएसआइ फ्री प्रवेश वाले दिन स्मारकों पर जीरो वैल्यू वाले टिकट को बुक करना पर्यटकों के लिए अनिवार्य करे। इसके लिए टिकट बुकिंग के सोफ्टवेयर को अपडेट करना होगा। इससे स्मारक देखने आने वाले पर्यटकों की वास्तविक संख्या का भी पता चल सकेगा। पर्यटकों की तय सीमा के जीरो वैल्यू वाले टिकट बुक होने के बाद टिकट बुकिंग नहीं की जाए।
अन्य स्मारकों पर भेजा जाए पर्यटकों को
स्मारक फ्री होने पर ताजमहल व आगरा किला पर अधिक भीड़ उमड़ती है। इस स्थिति में एएसआइ पर्यटकों को अन्य स्मारकों पर डायवर्ट करे। इसके लिए विभागीय वेबसाइट, इंटरनेट मीडिया व अन्य प्रचार माध्यमों का प्रयोग किया जा सकता है।
स्मारकों को फ्री किए जाने से रखरखाव खराब होने के साथ ही पर्यटकों को परेशानी उठाने के साथ लाठियां खानी पड़ीं। सदियों पुरानी विरासतों के अस्तित्व के लिए संकट बढ़ गया था। स्मारकों को फ्री नहीं किया जाना चाहिए।
-राजीव सक्सेना, उपाध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा
ताजमहल के संरक्षण को नीरी ने पर्यटकों की संख्या निर्धारित करते हुए सुझाव दिए थे। ताजमहल फ्री होने पर भीड़ उमड़ने से व्यवस्थाएं भंग हुईं। स्मारक फ्री किए जाएं तो एक निश्चित संख्या में ही पर्यटकों को प्रवेश मिले।
-संदीप अरोड़ा, अध्यक्ष आगरा टूरिज्म डवलपमेंट फाउंडेशन