खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने मांगी रिश्वत, व्यापारी को हार्टअटैक
आगरा: खाद्य एवं औषधीय प्रशासन विभाग के अधिकारी सोमवार दोपहर यमुना पार स्थित एक मिठाई की दुकान पर छापा मारकर रिश््वत मांगी गई।
आगरा: खाद्य एवं औषधीय प्रशासन विभाग के अधिकारी सोमवार दोपहर यमुना पार स्थित एक मिठाई की दुकान पर नमूना लेने पहुंचे, इस दौरान दुकान मालिक को हार्टअटैक आ गया। परिजनों का आरोप है कि विभागीय लोगों द्वारा रिश्वत मांगने और ऐसा नहीं करने पर जेल भेजने की धमकी देने से वे सदमे में आ गए। घटना के बाद क्षेत्रीय दुकानदार, विधायक और भाजपा नेता थाने पहुंच गए। पीड़ित पक्ष ने अधिकारियों के विरुद्ध तहरीर दी है।
यमुना ब्रिज घाट पर अग्रवाल स्वीट हाउस के नाम से 65 वर्ष पुरानी दुकान है। इस पर हरिमोहन अग्रवाल और उनके भाई सतीश अग्रवाल बैठते हैं। सोमवार दोपहर ढाई बजे खाद्य सुरक्षा अधिकारी पूनम यादव, बसंत गुप्ता, सुरेंद्र गौड़ तीन अन्य लोगों के साथ पहुंचे। सतीश अग्रवाल ने बताया कि सैंपल लेने के लिए कहा गया तो हमने हां कर दी। साथ ही अन्य लोगों को बैठने और चाय के लिए कहा गया। इसी बीच साथ आए एक व्यक्ति ने इशारों में दस हजार रुपये की मांग की। पैसा नहीं देने पर नमूना फेल कराने और जेल भिजवाने की धमकी दी। घटना से घबराकर बड़े भाई हरिमोहन अग्रवाल सीट से उठ कुछ आगे बढ़े थे कि नीचे गिर गए। उनके सीने में तेज दर्द होने लगा। टीम में मौजूद लोगों ने कहा कि आप इन्हें संभालो। पैसा नहीं दिया अब दुकान पर कार्रवाई कराई जाएगी। घटना के बाद आसपास के लोग भी जुट गए और विभागीय लोगों को मौके पर रोक लिया। इसके साथ ही हरिमोहन अग्रवाल को निकट स्थित अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उनकी जांच में हार्टअटैक की जानकारी होने पर आइसीयू में भर्ती करा दिया। आक्रोशित परिजन, व्यापारी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई कराने के लिए थाने पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। उन्होंने कहा कि जांच के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इस दौरान विधायक रामप्रताप सिंह चौहान, भाजपा नेता पुरुषोत्तम खंडेलवाल, राजकुमार खंडेलवाल, दीपक ढल मौके पर पहुंच गए। मामला सुलझाने के लिए पहुंची एसीएम से नाराज होकर उन्हें वापस कर दिया। इसके बाद डीएम से नेताओं ने फोन पर बात की। वहीं सतीश अग्रवाल ने थाने में अधिकारियों के विरुद्ध तहरीर दी है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने भी बाद में थाने में तहरीर दी है।
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दो घंटे तक थाने पर चला हंगामा
पीड़ित पक्ष विधायक रामप्रताप सिंह चौहान और भाजपा नेताओं के साथ दो घंटे से अधिक थाने पर रहा। इस दौरान एक बार समझौता पर सहमति भी बनी, लेकिन बात फिर बिगड़ गई।
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लाइसेंस को लेकर उठाए सवाल
पीड़ितों ने बताया कि पैसे नहीं देने की बात पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी भड़क गई थीं। उन्होंने कहा कि जेल भिजवा दूंगी। लाइसेंस को लेकर भी सवाल खड़ा करने लगीं। साथ ही कहा कि मुझे तो दुकान सील करने के ऑर्डर हैं।
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एसीएम के व्यवहार से बिगड़ा माहौल
एसीएम द्वितीय वंदिता श्रीवास्तव थाने पर पहुंच गईं। पीड़ित पक्ष के अनुसार उन्होंने व्यापारियों के साथ अभद्रता शुरू कर दी। साथ ही कहने लगीं कि इस तरह ये लोग कार्रवाई नहीं करने देंगे। इस पर व्यापारी और भड़क गए। मौके पर पहुंचे विधायक रामप्रताप सिंह चौहान ने उनसे नाराजगी जताते हुए मौके से जाने और माहौल नहीं बिगाड़ने की बात कही। साथ ही मामले में कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी से फोन पर चर्चा की।
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कौन है साथ चलने वाला युवक
व्यापारियों के अनुसार खाद्य सुरक्षा अधिकारी के साथ छापेमारी के दौरान एक गैर विभागीय युवक भी चलता है, जिसे उनका भाई बताया जाता है। वो ही नमूनों के नाम पर वसूली करता है।
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दोनों पक्षों की तहरीर मिली हैं। इसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। दुकान स्वामी पक्ष ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है, जबकि खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने दुकान स्वामी पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है।
कमलेश सिंह, इंस्पेक्टर एत्माद्दौला