ताजनगरी में सफाई व्यवस्था ठप्प, सड़कों पर पड़ा है सैंकड़ों मीट्रिक टन कूड़ा, जानिये क्या है वजह
गुरुवार को शाहगंज में पॉलीथिन जब्त करने पर नगर निगम की टीम पर हुए हमला का हो रहा विरोध।
आगरा, जागरण संवाददाता। शहर की गलियों और सड़कों पर इस वक्त सफाई व्यवस्था ठप्प हो चुकी है। नगर निगम के हजारों कर्मचारियों ने साथी कर्मचारी पर हुए हमले को लेकर हड़ताल कर दी है। खबर लिखे जाने तक हजारों की संख्या में सफाई कर्मचारी नगर निगम परिसर में हड़ताल पर बैठे हुए हैं। सफाईकर्मी शहर के 100 वार्डों में शुक्रवार सुबह कूड़ा उठाने नहीं पहुंचे। यहां तक कि हड़ताल कर्मियों ने नगर निगम में तालाबंदी तक कर दी, जिससे प्रतिदिन आने वाले करीब 300 फरियादों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौजूदा समय में नगर निगम में 3000 स्थाई और करीब 2000 ठेके पर सफाईकर्मी कार्यरत हैं। एक साथ इतनी संख्या में सफाईकर्मियों की हड़ताल के कारण शहरवासियों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। बता दें कि शहर के 100 वार्डों से प्रतिदिन करीब 800 मीट्रिक टन कूड़ा उठाया जाता है। कर्मचारियों की हड़ताल का असर स्वच्छता सर्वेक्षण पर पड़ सकता है।
क्या है हड़ताल की वजह
गुरुवार सुबह 10:30 बजे सेनेटरी अफसर प्रकाश सिंह टीम के साथ शाहगंज वार्ड कार्यालय के सामने पहुंचे थे। अंडा विक्रेता सोनू की दुकान से आठ किग्रा प्लास्टिक की पॉलीथिन और थर्मोकोल का सामान मिला। इस पर अंडा विक्रेता ने हंगामा शुरू कर दिया। टीम सामान लेकर वार्ड कार्यालय पहुंच गई। कुछ देर बाद आसपास की दुकानों में चेकिंग हुई। इस बीच सोनू, कमल, दीपू, छोटू वार्ड कार्यालय पहुंचे। सुपरवाइजर नवीन ने अफसरों को इसकी सूचना दी। सेनेटरी अफसर ने 25 हजार रुपये का चालान जमा कराने को कहा। इससे बौखलाए सोनू व उसके साथियों ने नवीन, यकूब अली की पिटाई कर दी। उनके सिर पर चोटें आईं। वीडियो बना रहे सुपरवाइजर हरीओम पाल को भी जमकर पीटा। वार्ड कार्यालय में तोडफ़ोड़ की। कर्मचारियों की पिटाई से नाराज साथियों ने शाहगंज थाने का घेराव किया। पुलिस ने आरोपित छोटू, सोनू, कमल व दीपू के खिलाफ जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इससे बुधवार सुबह जगनपुर, दयालबाग में सफाई कर्मचारियों की पिटाई हुई थी। इस मामले में अभी तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
सुरक्षा की मांग
नगर निगम में चार जोनल सेनेटरी अफसर (जेडएसओ) और डेढ़ दर्जन सेनेटरी अफसर हैं। घटना के बाद सभी अफसरों की बैठक हुई। इसमें पॉलीथिन विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा की मांग की गई।
कर्मचारियों के साथ आए पार्षद
नगर निगम के सफाई कर्मियों के साथ हुई घटना का पार्षदों ने विरोध किया है। पार्षद राहुल चौधरी का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था भी ठप
सफाई कर्मचारियों पर हमले से साथियों में उबाल है। घटना के बाद कर्मचारियों ने शाहगंज चौकी और थाने का घेराव किया। शहर की रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था को ठप कर दी। उप्र स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के मंडलाध्यक्ष विनोद इलाहाबादी का कहना है कि पिछले साल दिसंबर में कर्मचारियों के साथ घटना हुई थी। तब हड़ताल के बाद ही उन्हें इंसाफ मिला था। अब 24 घंटे के भीतर दो बार कर्मचारियों को पीटा गया है। ऐसे में उनमें डर बैठ गया है। चेतावनी दी कि जब तक दोनों घटनाओं के आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होगी, हड़ताल जारी रहेगी। राजकुमार विद्यार्थी, रोहित लवानियां ने कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग की। बैठक में हरीबाबू, सपन सिंह, अवधेश उपाध्याय, विशाल खरे सहित अन्य मौजूद रहे।
क्या कहते हैं मेयर और नगरायुक्त
पॉलीथिन, प्लास्टिक और थर्मोकोल के सामान की बिक्री प्रतिबंधित है। दुकानदारों को इनके प्रयोग से बचना चाहिए। निगम अभियान को तेज करेगा।
- नवीन जैन, मेयर
पॉलीथिन जब्त करने गई टीम की पिटाई करना उचित नहीं है। सरकारी कार्य में बाधा डालना और शासन के आदेश का उल्लंघन अच्छी बात नहीं है। आरोपितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कराएंगे।
- अरुण प्रकाश, नगरायुक्त