Counseling से दूर होगा खाकी के मन का दर्द, SSP ने की पहल
एसएसपी ने गठित किया पुलिसकर्मी परामर्श सेल। पुलिसकर्मी अपनी और परिवार की समस्यों की कर सकेंगे शिकायत।
आगरा, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन के दौरान आम लोग ही नहीं बल्कि पुलिसकर्मी भी तनाव का शिकार हो रहे हैं। फोर्ट रेलवे स्टेशन पर दाे दिन पहले मिले ट्रैफिक पुलिस के हैड कांस्टेबिल का शव के पीछे भी अधिकारी इसी तनाव को मान रहे हैं। एसएसपी बबलू कुमार ने पुलिसकर्मी परामर्श सेल का गठित किया है। पुलिसकर्मी इस सेल में विभाग ही नहीं बल्कि अपने परिवार से संबंधित समस्याओं की भी शिकायत कर सकेंगे। उनकी समस्याओं का तत्काल निस्तारण कराया जाएगा।
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि पुलिसकर्मी भी तनाव का शिकार हो रहे हैं। इसके पीछे पारिवारिक विवाद, बच्चों के भविष्य की चिंता आदि है। पुलिस सभी की समस्याओं का निस्तारण करती है। मगर, पुलिसकर्मी को ऐसी दिक्कत होने पर वह कहां जाएं। यही बात उन्हें तनाव की ओर ढकेल देती है। इसके मद्देनजर पुलिसकर्मी परामर्श सेल का गठन किया है। पुलिस लाइन में आदेश कक्ष के पास एक पेटिका लगवाई जाएगी। इसमे पुलिसकर्मी और उनके परिवार के सदस्य अपनी शिकायत डाल सकते हैं।
पुलिसकर्मी अपने तनाव का कारण भी बता सकते हैं। ये तनाव पारिवारिक है या विभाग में कोई अधिकारी उन्हें परेशान कर रहा है। इसके बारे में खुलकर अपनी बात रख सकते हैं। सेल में मनोचिकित्सक होंगे। इससे पुलिसकर्मी की काउसलिंग कराई जाएगी। उनके परिवार से जुड़े मामलों को गोपनीय रखा जाएगा। इंस्पेक्टर से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक सोमवार से शुक्रवार तक अपनी शिकायत पेटिका में डाल सकते हैं। हर शनिवार को पुलिस अधीक्षक लाइन द्वारा पेटिका को खोला जाएगा। वह प्रार्थना पत्र को पढ़ने के बाद समस्या की गंभीरता के आधार पर पीड़ित पक्ष को काउंसिलिंग के लिए रविवार को बुलाया जाएगा।
एक भी जान बचा ली तो प्रयोग सफल
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि सभी समस्याओं का समाधान संभव नहीं है। मगर, कई समस्याएं इतनी छोटी होती हैं कि उनका समाधान बहुत आसान होता है। व्यक्ति इसकी वजह से तनाव मे रहता है। उसके निस्तारण का तरीका नहीं खोजता। एसएसपी ने बताया कि उनके प्रयास से यदि एक भी पुलिसकर्मी ने अपना खुदकशी जैसा इरादा बदला तो लगेगा कि प्रयोग सफल हो गया है। विशेषज्ञ पीड़ित पुलिसकर्मी और उसके स्वजनों को यही समझाएंगे कि किन बातों का ध्यान रखना हैं।