Move to Jagran APP

Fail हो गए हैंं सीवेज ट्रीटमेंट प्‍लांट के सैंपल भी, आंकड़े बयांं कर रहे यमुना मैया का दर्द

सात में से छह एसटीपी पर मानक से अधिक बीओडी। सीपीसीबी ने दो फरवरी को आउटलेट पर डिस्चार्ज वाटर के लिए थे सैंपल। लखनऊ स्थित जोनल प्रयोगशाला में कराई गई जांच शुक्रवार को आई रिपोर्ट।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 08:45 AM (IST)Updated: Wed, 11 Mar 2020 08:46 AM (IST)
Fail हो गए हैंं सीवेज ट्रीटमेंट प्‍लांट के सैंपल भी, आंकड़े बयांं कर रहे यमुना मैया का दर्द
Fail हो गए हैंं सीवेज ट्रीटमेंट प्‍लांट के सैंपल भी, आंकड़े बयांं कर रहे यमुना मैया का दर्द

आगरा, निर्लोष कुमार। ब्रज के लोगों की आस्था का केंद्र यमुना नदी नहीं नाला बन चुकी है। उसमें पानी नहीं केवल सीवरेज है। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट से यह स्थिति पहले ही उजागर हो चुकी है। अब केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) पर लिए गए सैंपल भी जांच में फेल हो गए हैं। यमुना की पीर हरने को करोड़ों रुपये खर्च कर बनाए गए एसटीपी से गंदा पानी यमुना में पहुंचकर उसे और प्रदूषित कर रहा है।

loksabha election banner

सीपीसीबी ने दो फरवरी को सात एसटीपी सदरवन-1 बिचपुरी, सदरवन-2 बिचपुरी, जगनपुर दयालबाग, पीलाखार नुनिहाई शाहदरा, धांधूपुरा 78 एमएलडी, धांधूपुरा 24 एमएलडी, देवरी रोड पर इनलेट व आउटलेट पर डिस्चार्ज वाटर के सैंपल लिए गए थे। इन्हें जांच के लिए सीपीसीबी की लखनऊ स्थित जोनल प्रयोगशाला को तीन फरवरी को भेजा गया था। इनकी जांच रिपोर्ट शुक्रवार को आई है। इसमें सदरवन-1 बिचपुरी एसटीपी को छोड़कर सभी एसटीपी बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) के मानक पर खरे नहीं उतरे। धांधूपुरा स्थित 24 एमएलडी एसटीपी पर केमिकल ऑक्सीजन डिमांड (सीओडी) भी मानक से अधिक रही। वहीं, फीकल कॉलीफार्म (बैक्टीरिया) सभी एसटीपी पर मानक से अधिक रहा। बायो-रिमेडिएशन टेक्नीक पर यमुना आर्द्र विकास योजना में बने ककरैठा मॉडल में लिया गया सैंपल भी बीओडी के मानक पर खरा नहीं उतरा। इसकी वजह उसका उचित रखरखाव नहीं होना बताया जा रहा है।

सीपीसीबी के प्रभारी अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि एसटीपी पर लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। बीओडी के मानक पर सात में से छह एसटीपी फेल रहे हैं।

एसटीपी से लिए सैंपल की जांच में सामने आई स्थिति

पैरामीटर, इनलेट, आउटलेट

सदरवन-1 बिचपुरी

एसएस, 76.1, 21.5

सीओडी, 201, 51.3

बीओडी, 94.2, 21.5

फीकल कॉलीफार्म, -, 20000

सदरवन-2 बिचपुरी

एसएस, 331, 40.4

सीओडी, 473, 144

बीओडी, 193, 58.5

फीकल कॉलीफार्म, -, 1300000

जगनपुर दयालबाग

एसएस, 429, 40.3

सीओडी, 517, 213

बीओडी, 210, 89.4

फीकल कॉलीफार्म, -, 1300000

पीलाखार नुनिहाई शाहदरा

एसएस, 192, 52.7

सीओडी, 308, 135

बीओडी, 146, 60.6

फीकल कॉलीफार्म, -, 130000

धांधूपुरा 78 एमएलडी

एसएस, 266, 30.3

सीओडी, 426, 176

बीओडी, 159, 93.3

फीकल कॉलीफार्म, -, 2200000

धांधूपुरा 24 एमएलडी

एसएस, 378, 176

सीओडी, 532, 329

बीओडी, 260, 127

फीकल कॉलीफार्म, - 3300000

देवरी रोड

एसएस, 250, 70.3

सीओडी, 411, 237

बीओडी, 207, 122

फीकल कॉलीफार्म, -, 13000000

ककरैठा में हाल

पैरामीटर, इनलेट, मिडिल, आउटलेट

एसएस, 219, 46.4, 37.9

सीओडी, 296, 144, 107

बीओडी, 142, 50.9, 37.7

फीकल कॉलीफार्म, -, -, 78000

मानक और मात्रक (आउटलेट के लिए)

एसएस: सस्पेंडेड सॉलिड का मात्रक मिलीग्राम प्रति लिटर में है। यह एक लिटर में 100 मिलीग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए।

सीओडी: केमिकल ऑक्सीजन डिमांड का मात्रक मिलीग्राम प्रति लिटर में है। यह एक लिटर में 250 मिलीग्राम से कम होना चाहिए।

बीओडी: बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड का मात्रक मिलीग्राम प्रति लिटर में है। यह एक लिटर में 30 मिलीग्राम से कम होना चाहिए।

वबाग को सौंपा जा चुका है संचालन का जिम्मा

एसटीपी के संचालन व देखरेख का जिम्मा वीटेक वबाग को सौंपा जा चुका है। सैंपल उसके काम संभालने के बाद दो फरवरी को लिए गए। अब उनमें बीओडी मानक से अधिक पाए जाने से वबाग के काम पर प्रश्न चिह्न लग रहे हैं। वबाग को एक वर्ष में 43 करोड़ रुपये एसटीपी के संचालन व देखरेख के लिए दिए जाएंगे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.