Ambedkar University Agra: छात्र नेताओं की अराजकता पर कर्मचारियों और अधिकारियों ने प्रोक्टोरियल बोर्ड से की शिकायत
Ambedkar University Agra काम कराने के लिए बनाते हैं दबाव अशोभनीय भाषा का करते हैं इस्तेमाल। प्रोक्टोरियल बोर्ड करेगा चिन्हित विश्वविद्यालय की छवि खराब करने वालों पर होगी कार्यवाही। प्रोक्टोरियल बोर्ड के गठन के बाद से ही विश्वविद्यालय की छवि सुधारने की कवायद तेज कर दी गई है।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में छात्र नेताओं की अराजकता पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। कर्मचारियों और कुछ अधिकारियों द्वारा इस संबंध में प्रोक्टोरियल बोर्ड के सामने शिकायत भी दर्ज कराई गई है। छात्र नेताओं पर आरोप है कि वे विभागों में जाकर अपना काम कराने के लिए दबाव बनाते हैं और अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करते हैं।
प्रोक्टोरियल बोर्ड के गठन के बाद से ही विश्वविद्यालय की छवि सुधारने की कवायद तेज कर दी गई है। विश्वविद्यालय परिसर में बेवजह घूमने वाले छात्रों और छात्र नेताओं पर नजर रखी जा रही है। शुक्रवार को भी प्रोक्टोरियल बोर्ड द्वारा तीन छात्र नेताओं को चिन्हित कर संबंधित विभागाध्यक्षों को सूचना दी गई है। छात्र नेताओं को भी चेतावनी दी गई है कि वे सिर्फ पढ़ने के लिए अपने संस्थानों में आएंगे।अगर किसी विभाग में काम कराते दिखे तो उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
लगातार पहुंच रही हैं शिकायतें
प्रोक्टोरियल बोर्ड के पास लगातार छात्र नेताओं की शिकायतें पहुंच रही हैं।अपना काम कराने के लिए छात्र नेता विभागों में जाकर दबाव बनाते हैं, अशोभनीय भाषा का भी इस्तेमाल करते हैं।इस संबंध में कर्मचारियों और सहायक कुलसचिवों द्वारा शिकायत की गई है।इस बारे में सहायक कुलसचिव ममता सिंह का कहना है कि छात्र नेताओं को विश्वविद्यालय के नियमों का पालन करना होगा।शिकायतों का निस्तारण भी नियमानुसार ही होगा।चीफ प्रोक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि छात्र नेताओं को चिन्हित किया जा रहा है।विश्वविद्यालय की छवि खराब करने वाले छात्र नेताओं को सचेत किया जा रहा है।