Move to Jagran APP

राख बुधवार पर चर्च में हुई विशेष प्रार्थना सभा, दिए उपदेश

गुड फ्राइडे तक होगी प्रार्थना सभा 40 दिन के उपवास की हुई शुरुआत

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Mar 2019 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 07 Mar 2019 06:00 AM (IST)
राख बुधवार पर चर्च में हुई विशेष प्रार्थना सभा, दिए उपदेश
राख बुधवार पर चर्च में हुई विशेष प्रार्थना सभा, दिए उपदेश

आगरा, जागरण संवाददाता। राख बुधवार की प्रार्थना के साथ ही बुधवार से ईसाई समाज के 40 दिन के उपवास बुधवार से शुरू हो गए। ईस्टर तक विश्वासीजनों के यह उपवास चलेंगे। सभी चचरें में धर्मगुरुओं ने विश्वासियों के माथे पर पवित्र राख लगाकर उपवास की शुरुआत की।

loksabha election banner

सेंट मेरीज चर्च में फादर स्टीफन ने विश्वासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हे मानव याद रखो तुम मिट्टी हो और एक दिन मिट्टी में ही मिल जाओगे। उन्होंने बताया कि ईस्टर तक पूरा समाज सादा जीवन व्यतीत करेगा। एक समय भोजन किया जाएगा व तड़क-भड़क से बिल्कुल दूर रहकर प्रभु प्रार्थना में लीन रहेंगे। फादर ने कहा कि पश्चाताप करो और प्रार्थना में लगे रहो। फादर फ्रांसिस डिसूजा और फादर जोबी, फादर एंथोनी, फादर मून लाजरस ने संयुक्त रूप से बताया कि प्रभु ईसा मसीह की दर्द भरी मृत्यु को लेकर ईसाई समाज का 40 दिन का उपवास शुरू हो चुका है। ईसा मसीह की याद कर क्रिश्चियन समाज के लोग सुबह-शाम चर्च जाकर प्रार्थना कर रहे हैं। इस दौरान समाज के लोग दया, दान और ईश्वर चितन में अपना समय गुजार रहे हैं। इसी तरह निष्कलंक माता गिरजाघर में डॉ. आल्बर्ट डिसूजा ने राख बुधवार की पूजा संपन्न कराई। राख का अर्थ पश्चाताप, पापों की स्वीकृति और यीशु के नियमों के अनुसार जीवन बिताने का प्रतीक है। माथे पर राख बुराई से घिरे जीवन को दर्शाता है। माथे पर बना क्रूस का चिह्न परमेश्वर की असीम प्रेम, दया और कृपा को इंगित करता है। क्रिश्चियन समाज के लोगों ने प्रार्थना सभा में भाग लिया। दर्जनों लोगों को प्रार्थना कराई। अपने उपदेश में कहा कि प्रभु ईसा मसीह ने मानव कल्याण के लिए काम किए। उनकी याद में हम सभी समर्पित भाव से 40 दिनी लैड्स डे (उपवास दिवस) मनाते हैं। इस दौरान मागलिक कार्यक्त्रम नहीं होते। गिरिजाघर व घरों में वाद्य यंत्र वर्जित हैं। उनके साथ फादर इग्नेशियस मिराडा, फादर केसी थॉमस, फादर भास्कर, फादर चा‌र्ल्स टोप्पो, फादर आलोक, डेनिस सिल्वेरा आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.