JE murder case: हत्याकांड से हिला प्रशासन, तफ्तीश को लगीं छह टीमें Agra News
भाई ने अज्ञात पर दर्ज कराई रिपोर्ट आइजी मंडलायुक्त मौके पर। खंगाली जा रही कॉल डिटेल।
आगरा, जेएनएन। ऊर्जा मंत्री के घर में ही बिजली विभाग के अवर अभियंता प्रदीप कुमार की हत्या ने पुलिस प्रशासन को हिलाकर रख दिया। गुरुवार रात भर पुलिस हत्याकांड के कारण तलाश करती रही, तो शुक्रवार को बिजली कर्मचारी सड़कों पर उतर आए। हत्याकांड में करीब एक दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी पुलिस अभी तक खाली हाथ है। मृतक के भाई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस की शक की सुई परिचितों पर भी घूम रही है।
आगरा के सदर थाना क्षेत्र के गांव नगरिया चक निवासी प्रदीप कुमार मथुरा में पानी गांव सब स्टेशन में अवर अभियंता के रूप में कार्यरत थे। गुरुवार रात नौ बजे वह बाइक से सब स्टेशन से निकले थे, तभी पानीगांव के पास उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूचना पर देर रात ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। रात भर पुलिस हत्या के कारण तलाशती रही, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। हत्याकांड को लेकर बिजली कर्मचारियों का आक्रोश देख पुलिस ने सुबह जल्दी पोस्टमार्टम कराकर शव आगरा भिजवा दिया। मामले में मृतक जेई के भाई महावीर सिंह राजपूत ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। हत्या क्यों और किसने पुलिस इस मिस्ट्री को सुलझाने में अब तक नाकाम रही। सूबे में सुर्खियां बने जेई हत्याकांड की तफ्तीश को आइजी ए सतीश गणेश, मंडलायुक्त अनिल कुमार भी मौके पर पहुंचे। यहां बिजली अधिकारी और कर्मचारियों से वार्ता करने के साथ ही उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटनास्थल पर जेई की बाइक, मोबाइल, लैपटॉप और पर्स सुरक्षित था। बाइक घटनास्थल पर खड़ी थी। ऐसे में पुलिस का मानना है कि हत्याकांड को किसी परिचित ने ही अंजाम दिया है। सूत्रों का कहना है कि जेई रात पानीगांव के पास स्थित नगला जामुन निवासी धीरज को घर छोड़ वापस आ रहे थे, तभी वारदात को अंजाम दिया गया। धीरज सब स्टेशन पर सफाई कर्मचारी है। पुलिस ने धीरज को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं इसी गांव के दिलीप से भी पुलिस पूछताछ कर रह ीहै। दिलीप प्राइवेट लाइनमैन है। घटनास्थल के आसपास रहने वाले ग्रामीणों के साथ ही उन लोगों से भी पुलिस ने पूछताछ की है, जिनसे पिछले दिनों बिजली चेङ्क्षकग के दौरान प्रदीप कुमार की बहस हो गई थी। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, हालांकि सूत्रों का कहना है पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ नहीं लगा। एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा की अगुआई में छह टीमों का गठन किया गया है। पुलिस आगरा की साइबर सेल की मदद भी ले रही है। जेई की मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है, जिससे पता चल सके कि घटना के समय उनकी किस-किस से बात हुई। आइजी ए सतीश गणेश ने बताया कि टीमें सुरागरशी कर रही हैं। कुछ महत्वपूर्ण क्लू मिले हैं। साइबर सेल आगरा और इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस को भी लगाया गया है। उन्होंने बताया कि जो भी दोषी मिलेगा उस पर एनएसए कार्रवाई होगी।