Shravan Purnima 2020: महत्वपूर्ण होती है श्रावण पूर्णिमा, करेंगे ये 5 काम तो मिलेंगे शुभ परिणाम
Shravan Purnima 2020 3 अगस्त को है श्रावणी पूर्णिमा। ब्राह्मण पुराने जनेऊ को बदलकर नया जनेऊ धारण करते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। सोमवार को सावन माह का अंतिम दिन है। भगवान शिव को प्रिय इस माह के अंतिम दिन को श्रावणी कहा जाता है। राखी का त्योहर भी इसी दिन मनाया जाता है। श्रावणी पूर्णिमा पर दान, पुण्य करने का बहुत महत्व होता है। इस दिन भाई की कलाई पर राखी बांधने के अलावा ब्राहमणों, गुरुओं और परिवार में छोटी लड़कियों द्वारा संबंधियों को भी रक्षासूत्र बांधा जाता है। इस दिन पुत्री अपने पिता को भी रक्षासूत्र बांध सकती है। श्रावणी पूर्णिमा के बारे में ज्योतिषाचार्य डॉ शोनू मेहरोत्रा का कहना है कि इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं के साथ होता है। इसलिए चंद्रदोष निवारण के लिए भी यह दिन उत्तम रहता है। मूल्यतः 27 नक्षत्र माने गए हैं यह नक्षत्र दिन तिथि की गति के अनुसार बदलते हैं श्रावणी अमावस्या के दिन चंद्रमा श्रावण नक्षत्र में होता है। यह दिन कई कार्यों के लिए उत्तम माना गया है। श्रावणी पूर्णिमा का दिन ब्राह्मणों के लिए बहुत महत्व रखता है, इस दिन जनेऊ बदलने की परंपरा है। ब्राह्मण पुराने जनेऊ को बदलकर नया जनेऊ धारण करते हैं। जो लोग जनेऊ धारण करते हैं वे श्रावणी पूर्णिमा के दिन धर्मावलंबी मन, वचन और कर्म की पवित्रता का संकल्प लेकर जनेऊ बदलते हैं। यदि पूरे वर्ष में कभी भी जनेऊ बदलने की आवश्यकता होती है तो भी इसी दिन पूजा गया जनेऊ ही धारण किया जाता है।
इसलिए है शुभ ये दिन
डॉ शाेनू मेहरोत्रा कहती हैं कि इस दिन श्रावण माह का होता है इसलिए इस दिन भगवान शिव की पूजा करने का भी विशेष महत्व माना गया है। सावन की पूर्णिमा के दिन पवित्र स्थानों से लाया गया जल कांवरिये शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं। और कावड़ यात्रा को संपन्न करते हैं। अमरनाथ यात्रा भी इसी दिन संपन्न होती है। गुजरात में इस दिन को पवित्रोपना के रुप में मनाया जाता है इस दिन रुई की बत्तियां पंचगव्य में डुबोकर भगवान शिव को अर्पित की जाती हैं। श्रावण पूर्णिमा को बहुत शुभ माना गया है इस दिन किए गए कार्य शुभ होते हैं।
जरूर करें ये काम
− श्रावण पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करके गाय को चारा अवश्य खिलाना चाहिए।
− इसी के साथ चीटियों को बूरा और मछलियों को आटें की गोली बनाकर जरूर खिलाएं।
− इस दिन गौ-दान को विशेष महत्व माना गया है। अगर आप गौ दान करना चाहते हैं, तो यह दिन शुभ रहता है।
− श्रावण पूर्णिमा के दिन ब्राह्मण को भोजन अवश्य करवाना चाहिए और अपनी श्रद्धा के अनुसार दान दक्षिणा देकर उन्हें विदा करना चाहिए।
− इस दिन श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए उनकी पूजा की जाती है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को रक्षासूत्र बांधना चाहिए।