Diwali 2019: सुबह से शाम तक बाजार में दीवाली, हर किसी की ख्वाहिश सुंदर रूप में पधारें लक्ष्मी- गणेश Agra News
माता लक्ष्मी भगवान गणेश एवं हनुमान जी की मूर्तियों की सबसे ज्यादा हुई बिक्री। पीओपी के साथ मिट्टी की मूर्तियां रहीं डिमांड में।
आगरा, जागरण संवाददाता। दीपावली पर माता लक्ष्मी एवं भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने के लिए शनिवार को बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। रविवार को दीपावली का त्योहार होने के चलते लोग शनिवार को ही खरीददारी खत्म करने के लिए बाजार में निकल पड़े। लोगों ने फूल, सजावट का सामान, कपड़े, दीपक आदि की खरीददारी की। रात तक बाजार गुलजार रहे।
20 से लेकर 1800 सौ रुपये तक की मूर्तियां बाजार में
दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश एवं महाबली हनुमान की पूजा मुख्यत: होती है। इसलिए मूर्ति बिक्री करने वालों ने भी इन्हीं की मूर्तियों का स्टॉक कर रखा था। न्यू आगरा मार्केट में पिछले 40 साल से मूर्ति बिक्री की दुकान करने वाले नगला बरी विद्या नगर हनुमान मंदिर निवासी राकेश ने बताया कि उनके यहां 20 रुपये से लेकर 320 तक की लक्ष्मी, गणेश एवं हनुमान जी की मूर्ति बिक्री के है। इसके साथ ही 80-100 रूपये सैकड़ा के हिसाब से दीपक की बिक्री हो रही है। नगला पदी निवासी जोनी ने बताया कि उनके यहां 1800 रुपये तक की लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां मौजूद हैं। जबकि लोग 100 से ढाई सौ रुपये तक की मूर्ति ज्यादा खरीदना पसंद कर रहे हैं। बताया कि पीओपी के साथ मिïट्टी की मूर्तियों का प्रचलन बढ़ा है।
गेंदा के बढ़े भाव, 100 रुपये किलो तक पहुंचा
दीपावली पर गेंदा के फूलों की बिक्री सबसे अधिक होती है। गेंदा का फूल सजावट के साथ ही पूजा के भी काम आता है और इसकी कीमत आम लोगों की पहुंच में भी होती है, लेकिन इस बार गेंदा के फूलों के भाव बढ़े हुए हैं। पिछली दीपावली के मुकाबले इस बार कीमत अधिक होने के कारण लोग कम में काम चला रहे हैं। जिसने पिछले दीपावली पर दस किलो फूल खरीदा था वह इस बार आधे में काम चला रहा है। न्यू आगरा मार्केट में ढकेल पर फूल बिक्री करने वाले महेश चंद ने बताया कि लोग रेट सुनकर ही उछल रहे हैं।
भरी रही गारमेंट्स की दुकानें
दीपावली पर लोग नए कपड़े पहनकर ही पूजा करते हैं। इसलिए महानगर की छोटी-बड़ी सभी गारमेंट्स की दुकानों पर भीड़ रही। लोग अपनी-अपनी पसंद के कपड़ों की खरीददारी करने में लगे हुए थे। देर रात तक कपड़ों की खरीददारी चलती रही। दुकानदारों ने त्योहार के हिसाब से कपड़ों का स्टॉक पहले ही कर रखा था।