बोले शिवपाल, सपा की मजबूती के लिए छोड़ा मुख्यमंत्री का पद
फीरोजाबाद के टूंडला से शुरू की शिवपाल यादव ने जनसभाएं। सर्जिकल स्ट्राइक पर दी भारतीय सेना को बधाई।
आगरा, जेएनएन। भतीजे के खिलाफ ताल ठोक रहे प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने फीरोजाबाद में चार जनसभाओं में प्रो.रामगोपाल और सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। भावनात्मक अंदाज में जनता के सामने बातें रखीं और कहा कि मैं चाहता तो 2003 में ही सीएम बन जाता।
फीरोजाबाद में टूंडला के गांव सिरौलिया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने नेताजी के साथ- साथ बड़े और छोटों का आदेश माना। 2003 में मैंने नेताजी को मुख्यमंत्री बनवाया था। सपा के मात्र 147 विधायक थे, दूसरे विधायकों को मैंने जोड़ा, मैं चाहता तो मुख्यमंत्री बन जाता। मना करने के बाद भी मैंने नेताजी को मुख्यमंत्री बनाया। नेताजी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए बड़े भाई रामगोपाल यादव को दिल्ली में बैठाया था, लेकिन वह अपना काम ठीक से नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव से पहले हमने देवगौड़ा, नीतीश, अजीत सिंह, लालू आदि को मिलाकर बड़ा दल खड़ा किया था। इस गठबंधन को तोडऩे वाले रामगोपाल थे। अखिलेश पर कहा कि पिता से जबरन राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छीना, नेताजी मेरे साथ हों न हों, हम नेताजी के हमेशा साथ रहेंगे। अखिलेश राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो हम भी हैं। नेताजी के समय में 35 सांसद जीते और अखिलेश के समय में मात्र पांच सांसद जीते।
बिना बहन के बुआ कैसे हुई माया
शिवपाल यादव ने कहा कि नेताजी और हमने कभी मायावती को अपनी बहन नहीं माना, तो अखिलेश की बुआ कैसी हो गईं। मायावती ने जिनके हाथों में राखी बांधी उन्हें ही धोखा दिया।
पाक के विरुद्ध एक साथ खड़े हो सभी दल
एयर सर्जीकल स्ट्राइक पर कहा कि सभी दलों को एक साथ खड़े होकर पाक को इसका जबाव देना चाहिए। देश हित सबसे पहले है।