शहंशाह शाहजहां के उर्स में 1111 मीटर लंबी सतरंगी चादर चढ़ाई
आगरा::ताज में शहंशाह शाहजहां के उर्स में रविवार को तीसरे दिन भी उमड़ी भीड़
आगरा(जागरण संवाददाता):ताज में शहंशाह शाहजहां के उर्स में रविवार को तीसरे दिन 1111 मीटर लंबी सतरंगी चादर चढ़ाई गई। खुद्दाम ए रोजा कमेटी द्वारा चढ़ाई गयी चादर सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक है। ताजगंज के हनुमान मंदिर से होते हुए ये चादर पश्चिमी गेट से स्मारक में आईं।दक्षिणी गेट पर इसे ले जाया गया। वहाँ से ढोल ताशो के साथ इसे मुख्य मकबरे तक ले जाया गया। इस दौरान स्मारक में तिरंगा भी जमकर लहराया। सुबह से स्मारक में प्रवेश फ्री है। देसी-विदेशी पर्यटक ताज में असली कब्रों का दीदार कर रहे हैं।
इससे पूर्व शनिवार को शनिवार को दूसरे दिन उर्स में संदल की रस्म अदा की गई। स्मारक में तहखाने में स्थित शाहजहां व मुमताज की असली कब्रों को देखने के लिए भीड़ उमड़ी। दोपहर दो बजे के बाद प्रवेश निश्शुल्क होने से भीड़ का दबाव स्मारक में और बढ़ गया। शाम तक जियारत के लिए जायरीन ताजमहल पहुंचते रहे।
शहंशाह शाहजहां का उर्स ताजमहल में शुक्रवार को शुरू हुआ था। पहले दिन गुस्ल की रस्म अदा की गई थी। शनिवार को दोपहर दो बजे तहखाने में स्थित शाहजहां व मुमताज की असली कब्रें खोल दी गई। फातिहा पढ़ने के बाद गरबत्ती जलाई गई। हाफिजों की पंचायत के बाद मुल्क में अमन-चैन, आतंकवाद के खात्मे, आपदा पीड़ितों को राहत की दुआ की गई। स्वयं को मुगल वंशज बताने वाले प्रिंस तूसी अपने बच्चों के साथ जियारत करने पहुंचे। इस दौरान ताज में मुख्य मकबरे पर कव्वालियां गूंजती रहीं। रॉयल गेट पर दिनभर नगाड़ा बजा और शहनाई बजती रही। वहीं, उर्स में शनिवार दोपहर दो बजे से प्रवेश निश्शुल्क होने से देसी-विदेशी पर्यटकों की भीड़ उमड़ी। शाम तक चमेली फर्श व मुख्य मकबरे के ऊपर लाइन लगी रही। रविवार को ताज में पूरे दिन प्रवेश निश्शुल्क रहेगा, जिससे और अधिक भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।
ताज पर शनिवार को टिकट की स्थिति
पर्यटक, टिकट
भारतीय, 11883
विदेशी, 1818
सार्क, 373
बच्चे, 1166
कुल, 15240