कैंट स्टेशन पर लगेगा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
पानी बचाने को रेलवे कर रहा प्रयास रेलवे जल संरक्षण को लेकर लगातार कर रहा काम
जागरण संवाददाता, आगरा: रेलवे पानी बचाने के लिए लगातार प्रयास रहा है। पिछले दिनों कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की धुलाई में खर्च होने वाले पानी को बचाने के लिए आटोमौटिक वाशिग प्लांट लगाया गया। अब सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की तैयारी है।
रेलवे जल संरक्षण को लेकर लगातार काम कर रहा है। कैंट स्टेशन पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की तैयारी है। इस प्लांट से स्टेशन और रेलवे कालोनी से निकलने वाले सीवेज को ट्रीट कर पानी को दोबारा उपयोग में लाया जाएगा। पिछले दिनों उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल के झांसी स्टेशन पर इसी तरह का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन किया गया था। आगरा में भी झांसी की तरह एक लाख लीटर पानी की ट्रीटमेंट क्षमता वाला प्लांट लगाया जाएगा। प्लांट से दोबारा प्रयोग के लिए निकलने वाली पानी को बागवानी और सफाई जैसे कामों में प्रयोग किया जा सकेगा। आगरा रेल मंडल के पीआरओ एसके श्रीवास्तव ने बताया कि कैंट स्टेशन पर एसटीपी लगाया जाना है। अभी इसकी योजना पर काम चल रहा है। वाशिग प्लांट से बच रहा पानी
पिछले दिनों कैंट स्टेशन के कोच अनुरक्षण डिपो में आटोमैटिक वाशिग प्लांट लगाया गया था। इस प्लांट से एक ट्रेन की धुलाई में करीब 17 हजार लीटर पानी की बचत हो रही है। इस तरह हर दिन हजारों लीटर पानी बचाया जा रहा है। इसी के साथ अब रेलवे ने स्टेशन पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का भी निर्णय ले लिया है। इससे भी पानी की काफी बचत होगी और जल संरक्षण के क्षेत्र में यह कामयाब साबित होगा।