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आयुष्मान भारत बनी गरीबों को वरदान, जानिए कैसे लाभ पहुंचाया इस योजना ने

विभिन्न रोगों के 756 रोगियों का 73 लाख रुपये से हुआ इलाज। 18 हजार लोगों के बनाए गए गोल्डन कार्ड।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 06 Jun 2019 12:27 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jun 2019 12:27 PM (IST)
आयुष्मान भारत बनी गरीबों को वरदान, जानिए कैसे लाभ पहुंचाया इस योजना ने

आगरा, जेएनएन। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत के तहत इलाज की रफ्तार बढ़ रही है। यह योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है। अगर अकेले एटा जिले को ही देखें तो यहां अब तक गरीब तबके के 756 रोगियों को मुफ्त इलाज दिया जा चुका है। जिस पर सरकार ने 73 लाख रुपये खर्च किए हैं।

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योजना की शुरुआत सितंबर 2018 में हुई थी। योजना के तहत पात्र परिवार के सदस्यों को साल में पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया जाता है। यह इलाज सरकारी अस्पतालों के अलावा योजना में आबद्ध किए गए निजी अस्पतालों में भी कराया जा सकता है। जिले में 72524 परिवार ग्रामीण क्षेत्रों के तथा 16529 परिवार नगरीय क्षेत्रों के योजना में लाभार्थी बनाए गए हैं। दो सरकारी और दो निजी अस्पताल आबद्ध हैं। पात्रों को धीरे-धीरे योजना का महत्व और अपने हक के बारे में जानकारी होने लगी है और वे निश्शुल्क इलाज कराने के लिए आबद्ध अस्पतालों में पहुंचने लगे हैं। हालांकि, मुश्किल यह है कि आबद्ध अस्पतालों की संख्या कम होने से लोगों को निराशा भी उठानी पड़ रही है। बहरहाल, साल भर से कम समय में 756 पात्र लोगों का मुफ्त इलाज किया जा चुका है। जिस पर 7294124 खर्च किए गए हैं। डीजीएम अभिषेक शुक्ला ने बताया कि जिले में अब तक 17195 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। टीबी, टाइफाइड, एक्यूट ब्रानकाइटिस, हाई रिस्क डिलीवरी, मोतियाङ्क्षबद, नाखूना आदि बीमारियों का इलाज पात्रों को दिया गया है।

टोल फ्री नंबर पर लें जानकारी

योजना को लेकर कोई समस्या या सवाल हैं तो जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल ने बताया कि योजना से जुड़ी कोई भी जानकारी टोल फ्री नंबर 14555 अथवा 1800-1800-4444 पर कॉल करके प्राप्त की जा सकती है।

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