राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सेमेस्टर परीक्षाएं आठ मार्च से
एक अप्रैल से शुरू होगा दूसरा सेमेस्टर कार्यवाहक कुलपति ने बैठक में लिया फैसला कर्मचारियों शिक्षकों व प्राचार्यों के साथ की बैठक विभागों का किया निरीक्षण
आगरा, जागरण संवाददाता । डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति ने शुक्रवार को अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर काम शुरू कर दिया। प्राचार्यों, शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ बैठकों के अलावा विभागों का निरीक्षण भी किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं की तिथि घोषित कर दी गई। परीक्षाएं मार्च में शुरू होंगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बीए, बीएससी और बीकाम प्रथम वर्ष की सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए 15 फरवरी से पोर्टल आनलाइन खुलेगा। 20 फरवरी तक आंतरिक मूल्यांकन होगा। 25 फरवरी तक फार्म भरे जाएंगे। एक मार्च को रोल नंबर जारी कर दिए जाएंगे। आठ से 31 मार्च तक परीक्षाएं होंगी। परीक्षा का प्रारूप सब्जेक्टिव होगा। 15 मार्च को आंतरिक मूल्यांकन के लिए नंबर अपलोड कर दिए जाएंगे। 15 अप्रैल को परीक्षा के अंक अपलोड कर दिए जाएंगे। एक अप्रैल से दूसरा सेमेस्टर शुरू होगा। कर्मचारियों के हाथ में विश्वविद्यालय की तस्वीर
कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय पाठक ने कर्मचारियों के साथ बैठक में कहा कि वह विश्वविद्यालय की छवि सुधार सकते हैं। वह छात्रों के कामों को लटकाएं नहीं। छात्र खुश होंगे, तभी अच्छी छवि विकसित होगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की छवि बहुत खराब है। यहां से छात्र लगातार पलायन कर रहे हैं। अब तो अलीगढ़ विश्वविद्यालय भी बन गया है। इस विश्वविद्यालय से संबद्ध कई कालेज वहां चले जाएंगे। यहां की कमाई भी कम हो जाएगी। कर्मचारी समय से अपने विभागों में पहुंचें और शाम तक काम पूरा करके ही जाएं। उन्होंने आवासीय इकाई के उन पाठ्यक्रमों को भी इंगित किया, जहां छात्र कम और शिक्षक ज्यादा हैं। निरीक्षण में जताई नाराजगी
प्रो. पाठक ने परीक्षा विभाग, टेक्निकल सेल, बीएससी, एमए, नामांकन विभाग और चार्ट रूम का निरीक्षण किया। चार्ट रूम में चार्टों की अव्यवस्था देख नाराजगी जाहिर की। उन्होंने सभी चार्टों को सीनेट हाल में रखने के निर्देश दिए। परीक्षा नियंत्रक और कर्मचारियों को भी वहीं बैठने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि जितने भी दीक्षा समारोह हो चुके हैं, उनकी वास्तविक डिग्री छात्रों को अगले दो दिन में उपलब्ध कराई जाएं। अब प्रोवीजनल डिग्री नहीं दी जाएंगी। लाइब्रेरी में फैली गंदगी के लिए उन्होंने कहा कि मुझसे 50 हजार रुपये लीजिए और सफाई कराइए। उन्होंने लाइब्रेरी सुबह 10 से रात आठ बजे तक खोलने के निर्देश दिए। लंबित डिग्रियों पर भी कड़ी नाराजगी जाहिर की।