रुनकता अंडरपास का कार्य ठप
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ रही है। रुनकता अंडरपास का निर्माण ठप हो गया है। अंडरपास के आसपास हर दिन जाम लगता है और दुर्घटनाएं हो रही हैं। पिछले दिनों स्पीड ब्रेकर पर ट्रक में कार घुस गई थी। इससे पांच लोगों की मौत हो गई थी।
जागरण संवाददाता, आगरा: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ रही है। रुनकता अंडरपास का निर्माण ठप हो गया है। अंडरपास के आसपास हर दिन जाम लगता है और दुर्घटनाएं हो रही हैं। पिछले दिनों स्पीड ब्रेकर पर ट्रक में कार घुस गई थी। इससे पांच लोगों की मौत हो गई थी।
रुनकता अंडरपास का निर्माण 2015 में शुरू हुआ था। अंडरपास बनने से रुनकता पर जाम का झाम खत्म हो जाएगा। यहां एनएचएआइ ने धीमी गति से काम शुरू किया। अंडरपास का मुख्य हिस्सा बनकर तैयार हो गया है, लेकिन अप्रोच रोड नहीं बनाई गई है। यहां सिर्फ खोदाई करके छोड़ दिया गया है। खोदाई में भी संरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए। यहां कोई साइनेज नहीं लगाए गए हैं। पिछले पांच दिनों से अंडरपास का कार्य ठप चल रहा है। ग्रामीणों की मांग पर जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों को मौके पर बुलाकर अंडरपास का निर्माण पूर्ण कराने को कहा, लेकिन निर्माण कार्य की गति में इजाफा नहीं हुआ। दुर्घटनाओं के बाद भी अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा है।
नहीं लगाए गए साइनेज
इंडियन रोड कांग्रेस की गाइड लाइन के तहत खोदाई स्थल पर साइनेज लगाए जाने चाहिए, लेकिन एनएचएआइ ने कोई ध्यान नहीं दिया है। स्पीड ब्रेकर तक के साइनेज नहीं लगे हैं।
अवैध कट भी जानलेवा: अंडरपास का निर्माण न होने के कारण स्थानीय लोगों ने हाईवे पर कई जगह अवैध कट बना लिए हैं। जिनसे दोपहिया और चार पहिया वाहन निकलते हैं। इन वाहनों से हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कई बार अवैध कट से वाहन निकालते समय सर्विस रोड पर चलने वाले वाहनों से भिड़ंत भी हो चुकी हैं।
तीन माह का दिया था आश्वासन
करीब पांच महीने पहले ग्रामीणों की शिकायत पर भाजपा नेता डॉ.रामेश्वर चौधरी यहां पहुंचे थे। एनएचएआइ अधिकारियों ने तीन माह के भीतर कार्य को पूरा करने का आश्वासन दिया था।
नहीं किया नाले का निर्माण चौड़ीकरण के साथ हाईवे के दोनों ओर सर्विस रोड किनारे नाले का निर्माण भी नहीं कराया गया। जिससे दोनों किनारे पर जलभराव हो रहा है। आए दिन इसमें राहगीर और दोपहिया वाहन चालक गिरते हैं।
दुर्घटना के बाद भी नहीं खुली आंख: सात दिसंबर की सुबह स्पीड ब्रेकर के पास पांच लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन इसके बाद भी एनएचएआइ की आंख नहीं खुली। अभी तक स्पीड ब्रेकर पर साइनेज नहीं लगा है। न तो अवैध कट बंद किए और न ही ब्रेकर से पहले संकेतक लगाए हैं।